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IPL 2025 : दिल्ली कैपिटल्स ने आईपीएल 2025 (IPL 2025) में जहां तेज शुरुआत की, वहीं अंत आते-आते लय पूरी तरह बिगड़ गई। टूर्नामेंट की शुरुआत में चार मैच जीतने के बाद लगा कि टीम प्लेऑफ की प्रबल दावेदार होगी, लेकिन जैसे-जैसे मुकाबले आगे बढ़े, कमज़ोरियां उभरकर सामने आने लगीं। खासतौर पर तेज गेंदबाजी विभाग में भारी निवेश के बावजूद जो परिणाम सामने आए, उसने टीम मैनेजमेंट की रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए।

करोड़ों खर्च कर सिर्फ एक मैच में मौका

Ipl 2025

हम जिस गेंदबाज की बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं बल्कि टी नटराजन हैं। दिल्ली कैपिटल्स ने मेगा ऑक्शन में नटराजन पर 10 करोड़ 75 लाख रुपये की बड़ी बोली लगाई थी। टीम को उम्मीद थी कि ये गेंदबाज़ मिचेल स्टार्क के साथ मिलकर डेथ ओवर्स में कहर बरपाएगा।

हालांकि आईपीएल 2025 (IPL 2025) के पूरे सीज़न में टी नटराजन (T Natarajan) को सिर्फ दो मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें से केवल एक मैच में ही उसने गेंदबाजी की। इस दौरान न तो उन्हें कोई विकेट मिला और न ही वो अपनी लाइन-लेंथ से विपक्षी बल्लेबाज़ों को परेशान कर सके।

18 मई को गुजरात टाइटंस के खिलाफ खेले गए मुकाबले में जब उन्हें गेंद थमाई गई, तब उन्होंने तीन ओवर में 49 रन लुटा दिए और कोई विकेट नहीं ले सके। इस मैच में दिल्ली को 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा।

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IPL 2025 में टीम के लिए घाटे का सौदा हुआ साबित

टी नटराजन ने पूरे सीजन में केवल 18 गेंदें फेंकीं और कोई भी प्रभाव नहीं छोड़ सके। इतने बड़े निवेश के बावजूद जब एक खिलाड़ी सिर्फ एक बार गेंदबाजी करे और उसमें भी बुरी तरह पिट जाए, तो यह निश्चित रूप से टीम के लिए घाटे का सौदा साबित होता है।

अक्षर पटेल की अगुवाई में दिल्ली कैपिटल्स ने कुल 14 मुकाबलों में से 7 जीते, 6 हारे और एक मुकाबला बेनतीजा रहा। 15 अंकों के साथ टीम अंक तालिका में पांचवें स्थान पर रही और प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई।

मैनेजमेंट को करनी होगी रणनीति की समीक्षा

IPL 2025 के बाद DC को तेज गेंदबाजी विभाग में अपनी रणनीति की  समीक्षा करनी होगी। लाखों-करोड़ों खर्च करने के बाद अगर खिलाड़ी मैदान पर प्रदर्शन नहीं कर पाते, तो टीम का संतुलन बिगड़ना तय है। आगामी सीजन में DC कैसे सुधार करती है, ये देखना दिलचस्प होगा।

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