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Mohammad Rizwan : मोहम्मद रिजवान (Mohammad Rizwan) ने मैदान पर ऐसी तबाही मचाई कि गेंदबाजों के होश उड़ गए। चौकों की बारिश और बेखौफ बल्लेबाजी के बीच उन्होंने अकेले दम पर दोहरा शतक ठोक दिया। उनकी इस धुआंधार पारी ने ना सिर्फ दर्शकों को रोमांचित कर दिया, बल्कि विपक्षी टीम के हर गेंदबाज को लाचार कर दिया। मैदान पर चौकों की लड़ी कुछ ऐसी बंधी – 4,4,4,4,4,4,4… और फिर ठोक डाले पूरे 224 रन।

Mohammad Rizwan ने खेली ऐतिहासिक पारी

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दरअसल मोहम्मद रिजवान (Mohammad Rizwan) की यह धमाकेदार पारी 22 से 26 दिसंबर 2014 तक कराची में खेले गए क्वैद-ए-आज़म ट्रॉफी गोल्ड लीग के फाइनल मुकाबले में देखने को मिली थी। मैच में नेशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान और सुइ नार्दर्न की टीमें आमने-सामने थीं।

नेशनल बैंक ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 242 रन बनाए, जिसमें मोहम्मद नवाज के 76 और क्वैसर अब्बास के 59 रन शामिल थे। इसके जवाब में सुइ नार्दर्न की तरफ से मोहम्मद रिजवान ने 224 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली, जिसमें उन्होंने 28 चौके जड़े।

रिजवान का साथ खुर्रम शहजाद ने भी बखूबी निभाया और 120 रनों की पारी खेली। टीम ने कुल 543 रन बनाए। दोनों बल्लेबाजों के बीच लंबी साझेदारी ने नेशनल बैंक के गेंदबाजों की कमर तोड़ दी। इस पारी की बदौलत सुइ नार्दर्न ने मुकाबले पर पूरी तरह पकड़ बना ली थी।

दूसरी पारी में नेशनल बैंक की वापसी

दूसरी पारी में नेशनल बैंक की ओर से कामरान अकमल (137) और सामी असलम (122) ने शतक ठोके और टीम ने 508 रन बनाए। हालांकि मैच ड्रा रहा, लेकिन पहली पारी में बढ़त के आधार पर सुइ नार्दर्न को विजेता घोषित किया गया।

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रिजवान की पारी बनी ऐतिहासिक

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हालांकि ये पारी 2014 में खेली गई थी, लेकिन मोहम्मद रिजवान (Mohammad Rizwan) की इस 224 रनों की आतिशी पारी को आज भी क्रिकेट फैंस भूले नहीं हैं। यह पारी न सिर्फ एक फाइनल मुकाबले में आई, बल्कि ये उनके करियर की सबसे यादगार पारियों में से एक बन गई।

रिजवान की इस पारी में गजब का आत्मविश्वास और तकनीक देखने को मिली। उन्होंने हर गेंदबाज को जमकर निशाना बनाया और स्कोरबोर्ड लगातार दौड़ता रहा। उनकी बल्लेबाजी ने ये साबित कर दिया कि बड़े मैचों में बड़े खिलाड़ी ही चमकते हैं।

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