दिल्ली में किसान आंदोलन के चलते मोदी सरकार की नजरअंदाजगी का असर अब पंजाब में दिखने लगा है. पंजाब राज्य के किसानों ने अपना प्रदर्शन का तरीका बदलते हुए रिलयंस जैसी बड़ी कंपनियों को निशाना बनाते हुए नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है. जहां किसानों ने अब तक 1500 से अधिक जियो टावरो को नुकसान पहुंचाया है. वहीं किसानों ने जियो टावरों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से टावर्स के पवार सप्लाई केवल, खम्बों को तोड़ कर बिजली आपूर्ति से अलग करना शरू कर दिया है
पंजाब : किसानों ने जियो टावर्स को पहुंचाया नुकसान
पंजाब में किसानो ने आंदोलन को उग्र रूप दे दिया है, जहां किसानो ने देश की सबसे बड़ी कंपनी रियालंस नुकसान पहुँचाना शुरू कर दिया है. किसानो का मानना है कि रिलायंस और अडानी को इस कानून से मुख्य रूप से फायदा मिलेगा जबकि ये दोनों ही कंपनी फसल के खरीदने के व्यापार में नहीं है. जिससे किसानो ने रियालंस के मुख्य जड़ को तोड़ना प्रारंभ कर दिया है.
गौरतलब है किसानो ने रियालंस जियो के 1500 से अधिक टावर्स को नुकसान पहुंचाया है, जहां किसानो ने टावर्स को नुकसान पहुँचाने के लिए, उनको बिजली आपूर्ति से अलग करना शुरू कर दिया है. वहीं कुछ टावरों के जनरेटर ही उठा लिए गए, जिसके बाद एक जनरेटर को गुरूद्वारे में दान कर दिया. साथ ही कुछ जगह पर जियो फाइबर केवल के बण्डल जला दिए गए है. साथ ही रियालंस के कर्मचारियों को डरा धमका कर भागने की कोशिश किसानो द्वारा की गयी है. जानकारी के मुताबिक किसानों के इस हिंसक रूप को नजरअंदाज करते हुए स्थानीय प्रशासन ने किसी भी प्रकार की क़ानूनी कार्यवाही नहीं की है.
जहां टेलीकाम से सम्बंधित एक प्रतिनिधि की तरफ से कहा गया, ”पंजाब में टावरों के साथ तोड़फोड़, बिजली की गड़बड़ी या जनरेटर की चोरी के कारण कई जगह टेलीकाम व्यवस्था प्रभावित हुयी है”,
पंजाब सरकार ने हिंसकता को रोकने के लिए किसानो से की अपील
जहां पंजाब सरकार ने किसानो से शांतिपूर्ण आंदोलन करने की अपील की है, सरकर की तरफ से किसानो को चेतावनी भी दी गयी की अगर किसान इस तरह हिसंक रूप से आंदोलन करेंगे तो आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी.
इसके अलावा पंजाब सर्कार ने किसानो से आम लोगो की जिदंगी को नुकसान ना पहुँचाने की अपील करते हुए कहा, ”इस तरह संचार साधनों को नुकसान पहुंचना छात्रों, खासकर बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले और कोविड महामारी के कारण घर से काम करने वाले पेशेवरों के लिए नुकसानदायक होगा. यहां तक कि बैंकिंग सेवाएं भी काफी हद तक ऑनलाइन लेनदेन पर निर्भर हैं, जिससे लोगों का सुविधा हो रही है”
आपकों बता दे पंजाब में जियो कंपनी के 9000 से अधिक टावर मौजूद है. वही टावर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (टीएआईपीए) के मुताबिक अबतक 1600 से अधिक त्यावारो को नुकसान पहुंचाया गया है.