दुनिया भर कोरोना की वैक्सीन को लेकर तरह- तरह के शोध किए जा रहे है। इसी बीच एक खुशखबरी वाली खबर सामने आई है। रूस ने कोरोनावायरस की दुनिया की पहली वैक्सीन लांच कर दी है। बता दें कि- ये घोषणा स्वंय राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने की है। आगे उन्होंने बताया कि- कोरोना वायरस के दुनिया के पहले टीके को रूस में मंजूरी मिल गई है।
राष्ट्रपति पुतिन ने कोरोना की वैक्सीन की घोषणा
पुतिन के मुताबिक, ऐसा स्वास्थ मंत्रालय के मंजूरी के बाद ही किया गया है। पुतिन ने आगे ये भी जानकारी साझा करते हुए कहा कि- ये कोरोना का टीका सबसे पहले उनकी बेटी को ही लगाया गया हैं। हालांकि, रूस पहले ही ये साफ कर चुका है कि- उसका वैक्सीन बनाने का काम पूरा हो चुका है।और कोरोना की वैक्सीन को लॉन्च करने की तैयारी करने जा रहा है।
आपकों बता दें कि- रूस के मॉस्कों में से एक मॉस्कों गामलेया इंस्टिटयूट है, उसने इस कोरोनना वैक्सीन को बनाया है। खबरों के मुताबिक, रूस अब सिंतबर में इस वैक्सीन का बड़े पैमाने पर मेनिफै्कच्यूरिंग का कार्य शुरू कर सकता है। इसके बाद फिर इसी साल अक्टूबर के महीने से सबकों टीका लगाना का कार्य यु्ध्द स्तर शुरू कर सकता है।
रूस कोरोना की वैकसीन बनाने वाला पहला देश बना गया है।
ये ऐसी कोरोना वैक्सीन बनकर तैयार की गई है कि जिसे रेगुलेटरी अप्रूवल मिला है। बताया गया था कि- वैक्सीन रूस में सभी को दी जाएगी ताकि कोरोनावायरस के खिलाफ इम्युनिटी को बढ़ाया जा सके। और कोरोना जैसी महामारी को हराया जा सके। ये भी बात सामने आ रही है कि- इस वैक्सीन से किसी तरह के नुकसान या रिऐक्शन नहीं हो रहा है।
इसके साथ ही रूस के कोरोनावायरस टीके को शक की निगाह से भी देखा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर, इस पर कई एक्सपर्टस ने सवाल दाग दिए है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने कहा था कि- उन्हें रूसी वैकसीन से जुड़ी कोई आधिकारिक जानकारी या डेटा नहीं मुहैया कराया गया है। अमेरिका के संक्रमण रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फॉसी ने भी कहा था कि- उम्मीद है रूस ने कोरोना वैक्सीन को लॉन्च करने से पहले उसकी टेस्टिंग कर ली है।