R Ashwin: टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर रविचंद्र अश्विन ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। अश्विन के रिटायरमेंट के फैसले ने टीम इंडिया (Team India) को चौंका दिया है। आपको बता दें, 38 साल का ये खिलाड़ी टेस्ट में अभी भी नंबर 1 स्पिनर है। ऐसे में अश्विन (R Ashwin) के रिटायरमेंट के बाद टीम की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। माना जा रहा है कि हेड कोच गौतम गंभीर दिग्गज प्लेयर का रिप्लेसमेंट ढूँढने में बुरी तरह से नाकाम साबित हुए हैं।
R Ashwin के संन्यास से बढ़ी मुश्किलें
भारतीय टीम के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) के संन्यास की घोषणा से टीम इंडिया (Team India) को बड़ा झटका लगा है। अश्विन न केवल एक बेहतरीन स्पिनर हैं, बल्कि उन्होंने बल्ले से भी कई अहम मौकों पर योगदान दिया है। उनका अनुभव और उनकी गेंदबाजी में विविधता भारतीय टीम के लिए काफी उपयोगी रही है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। ऐसे में उनकी गैरमौजूदगी से टीम इंडिया को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। 2025 में भारत को कई अहम टूर्नामेंट खेलने हैं, जहां अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ी की कमी खलेगी।
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गंभीर नहीं बैठा पा रहे प्लेइंग 11 का तालमेल
अश्विन के संन्यास के बाद से ही टीम इंडिया (Team India) और हेड कोच गौतम गंभीर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिग्गज स्पिनर के रिटायरमेंट के बाद गंभीर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्लेइंग 11 के लिए उनका रिप्लेसमेंट नहीं ढूंढ पा रहे है। हालांकि कई मौकों पर वॉशिंगटन सुंदर को अश्विन के रिप्लेसमेंट के तौर पर मौका दिया गया है। लेकिन अश्विन (R Ashwin) जैसे महान खिलाड़ी का विकल्प ढूंढना मुश्किल होगा। आपको बता दें, अश्विन आज भी टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 स्पिनर हैं और यही वजह है कि भारतीय टीम को उनकी कमी खलनी लाजमी है।
R Ashwin का क्रिकेट करियर
आर अश्विन ने साल 2010 में टीम इंडिया (Team India) की ओर से जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 मैच खेलते हुए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक महान गेंदबाज के रूप में विरासत कायम की। अपने इंटरनेशनल करियर में उन्होंने 287 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अनिल कुंबले के बाद सबसे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं।
अश्विन ने एक ऑलराउंडर के तौर पर भी पहचान बनाई। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 6 शतक और 14 अर्धशतक समेत 3,503 रन बनाए। उन्हें खासतौर पर एक टेस्ट लीजेंड के रूप में पहचाना जाता है। अश्विन का ऐतिहासिक करियर 14 साल तक चला, जिसमें उन्होंने 765 विकेट लेने के अलावा 4394 रन भी बनाए।
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