Rohit-Kohli-Jadeja Will No Longer Play In The Odi Series, These 3 Stars Will Replace Them
Rohit-Kohli-Jadeja will no longer play in the ODI series, these 3 stars will replace them

ODI: टीम इंडिया (Team India)  में अब बड़े बदलाव की सुगबुगाहट है, खासकर वनडे सीरीज (ODI) के लिए। क्योंकि  टीम इंडिया के तीन बड़े स्टार रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा उम्र के उस दौर में पहुंच चुके हैं, जब वे कभी भी एकदिनी प्रारूप को अलविदा कह सकते हैं। अब टीम में इन तीनों की जगह किन खिलाडियों को मौका दिया जा सकता है, हर तरफ इसकी ही चर्चा हैय, फिलहाल आईपीएल के तीन ऐसे खिलाड़ी हैं, जो इनकी जगह ले सकते हैं..आईये जानते हैं इन तीनों खिलाड़ियों के बारे में…………………

रोहित की जगह पावरप्ले का तूफान बन सकता है ये खिलाड़ी

Odi

हम जिन तीन खिलाड़ियों की बात कर रहे हैं, वो कोई और नहीं बल्कि अभिषेक शर्मा, श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल हैं। अगर रोहित शर्मा को वनडे (ODI) से ब्रेक दिया जाता है, तो उनकी जगह ओपनिंग के लिए अभिषेक शर्मा को आज़माया जा सकता है।

अभिषेक का खेल कुछ हद तक रोहित जैसा ही है—तेज, बेधड़क और आक्रामक। उन्होंने आईपीएल में पावरप्ले के अंदर शानदार स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। टीम इंडिया को यदि वनडे (ODI) में तेज शुरुआत की जरूरत है, तो अभिषेक एक दिलचस्प विकल्प हो सकते हैं।

ODI  में मिडिल ऑर्डर के अगुआ बन सकते हैं अय्यर

विराट कोहली की अनुपस्थिति में मिडिल ऑर्डर की जिम्मेदारी श्रेयस अय्यर को मिल सकती है। श्रेयस ने हालिया वनडे पारियों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। पिछले 7 वनडे (ODI) में उन्होंने 53.71 की औसत से 376 रन बनाए हैं।

साथ ही, चैम्पियंस ट्रॉफी के 4 मैचों में उनके बल्ले से 195 रन निकले हैं। कुल मिलाकर, उन्होंने 70 वनडे (ODI) में 2845 रन ठोके हैं जिसमें 5 शतक और 22 अर्धशतक शामिल हैं। ये आंकड़े बताते हैं कि अय्यर कोहली की जगह एक मजबूत स्तंभ बन सकते हैं।

जडेजा की जगह बैलेंस संभाल सकते हैं अक्षर पटेल

अगर जडेजा वनडे (ODI) से हटते हैं तो टीम का संतुलन अक्षर पटेल संभाल सकते हैं। अक्षर ने अब तक 68 वनडे मैचों में 783 रन बनाए हैं, वो भी 91.5 की औसत से। साथ ही 72 विकेट लेकर वो बतौर ऑलराउंडर एक मजबूत दावेदार बन चुके हैं।

अक्षर के पास वो काबिलियत है कि जरूरत पड़ने पर बल्ले और गेंद दोनों से मैच पलट सकें। टीम मैनेजमेंट उन्हें वनडे (ODI) में एक फुलटाइम ऑलराउंड विकल्प के तौर पर ट्राई कर सकता है और वो भी मैजेनमेंट के फैसले पर खरे उतर सकते हैं।