SA vs AUS: ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम इन दिनों दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई हुई है, जहां गुरुवार को दोनों देशों के बीच पांच मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला खेला गया। ब्लोमफोंटेन में खेले गए इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट से अपने नाम किया। हालांकि, कंगारुओं की जीत का हीरो वो खिलाड़ी रहा, जिसे उन्होंने वर्ल्ड कप की स्क्वाड से ड्रॉप किया हुआ है। वहीं, इस मैच को जीतने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 1 – 0 से आगे हो गई है। आइये आपको बताते हैं इस मुकाबले का पूरा घटना क्रम –
कप्तान टेम्बा बावुमा ने खेली शतकीय पारी
ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान मिचेल मार्श ने टॉस जीता और दक्षिण अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण दिया। मगर कप्तान टेम्बा बावुमा को छोड़कर मेजबान टीम का कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। बावुमा ने अपने वनडे करियर का पांचवां शतक लगाते हुए 114* रन की नाबाद शतकीय पारी खेली। अपनी गेंदबाज के लिए प्रसिद्ध मार्को यानसन 32 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका के दूसरे सबसे बड़े रन स्कोरर रहे।
वहीं, डी कॉक (11 रन), डुसेन (08 रन), मारकर्म (19 रन), क्लासेन (14 रन) और डेविड मिलर (00 रन) जैसे बड़े बल्लेबाजों ने निराशाजनक प्रदर्शन दिखाया। इस तरह पूरी दक्षिण अफ्रीका की टीम 49 ओवर में 222 रन पर ढेर हो गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने तीन और मार्कस स्टॉयनिस ने दो विकेट लिए। एबट, एगर, जंपा और ग्रीन को भी एक-एक सफलता मिली।
मार्नस लाबुशेन की बदौलत मिली ऑस्ट्रेलिया को जीत
दक्षिण अफ्रीका से मिले 223 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत भी अच्छी नहीं हुई। सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर तो अपना खाता भी नहीं खोल सके। मध्यक्रम में कैमरून ग्रीन भी शून्य के स्कोर पर चलते बने। ट्रेविस हेड (33) और कप्तान मिशेल मार्श (17) भी बड़ा योगदान देने में असफल रहे। जोश इंग्लिस (01), एलेक्स कैरी (03) और मार्क्स स्टॉयनिस (17) भी एक के बाद एक अपना विकेट गवांते चले गए। 113 के स्कोर तक 7 ऑस्ट्रलियाई बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे।
इसके बाद मार्नस लाबुशेन और एश्टन एगर ने मोर्चा संभाला। दोनों ने 8वें विकेट के लिए 112 रन की साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से जीत दिला दी। लाबुशेन 80 रन और एश्टन एगर 48 रन की नाबाद पारियां खेली। दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका के लिए कगिसो रबाडा और गेराल्ड कोएतजी ने दो-दो विकेट लिए। मार्को यानसन, लुंगी एनगिडी और केशव महाराज को भी एक-एक सफलता मिली।