टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के लिए साल 2020 मैदान में खास ना रहा। इस पूरे में विराट कोहली के बल्ले से तीनों फॉर्मैट में मिलाकर एक भी इंटरनैशनल शतक नहीं निकला। टीम इंडिया ने उनकी कप्तानी में न्यूजीलैंड में टेस्ट सीरीज गंवाई, तो वहीं ऑस्ट्रेलिया में एडिलेड में खेले गए चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में टीम ने आठ विकेट से शर्मनाक हार झेली।
एडिलेड की दूसरी पारी में टीम इंडिया महज 36 रन बना सकी, जो टेस्ट क्रिकेट में उनका सबसे कम स्कोर भी है। इसके बाद विराट पैटरनिटी लीव पर लौटे और अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम इंडिया ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर जबर्दस्त वापसी करते हुए मैच आठ विकेट से जीता और सीरीज 1-1 से बराबर करा ली।
लिमिटेड ओवर क्रिकेट में विराट की कप्तानी की तुलना रोहित शर्मा से की जाने लगी है और टेस्ट क्रिकेट में रहाणे से, टेस्ट क्रिकेट में रहाणे और विराट की कप्तानी की तुलना पर मास्टर सचिन तेंदुलकर ने अपनी बात रखी है।
सचिन ने कही ये बात
तेंदुलकर ने दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘लोगों को विराट के साथ तुलना में नहीं घुसना चाहिए। अजिंक्य की अलग पर्सनैलिटी है, उनका इंटेंट अग्रेसिव था। मैं लोगों को याद दिलाना चाहूंगा कि दोनों ही भारतीय हैं और भारत के लिए खेलते हैं, तो किसी शख्स को भारत से ऊपर नहीं रखा जाना चाहिए। टीम और देश हर किसी से ऊपर है।’
ऑस्ट्रेलिया में भारत ने तीन मैचों की वनडे इंटरनैशनल सीरीज 1-2 से गंवाई थी, और फिर टी20 इंटरनैशनल सीरीज में वापसी की और सीरीज 2-1 से अपने नाम की। विराट कोहली एडिलेड टेस्ट के बाद पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौट चुके हैं।
टेस्ट सीरीज फिलहाल 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच 7 जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाना है, जिसके लिए रोहित शर्मा भी टीम इंडिया से जुड़ चुके हैं। रोहित की वापसी से टीम इंडिया की बल्लेबाजी मजबूत होगी। सचिन ने जो भी बात बोली अपने ईमान को सबसे आगे रखते हुए कही।