जेल में मुलाकात के दौरान बेटे के गले लग कर फूट-फूट के रोई शबनम, बेटे को नसीहत देते हुए बोली - मन लगाकर पढ़ना, नहीं करना मेरी चिंता

रामपुर जेल में बंद शबनम से उसके बेटे ताज ने हाल ही में मुलाकात की, जहां पर दोनों की बातचीत करीब 1 घंटे तक हुई। इस दौरान शबनम ने अपने बेटे को देख कर उसे गले लगा लिया और फूट-फूट कर रोने भी लगी। बता दे कि, अमरोहा जिले के बावन खेड़ी में 14-15 अप्रैल साल 2008 में शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर परिवार के 7 सदस्यों की हत्या की थी। रविवार को शबनम का बेटा लालन-पालन करने वाले उस्मान के साथ जेल पहुंचा। जहां पर दोपहर 12:10 पर वह अपनी मां से मिलने अंदर गया और करीब 1 घंटे बाद वापस आया।

 

जेल में मुलाकात के दौरान बेटे के गले लग कर फूट-फूट के रोई शबनम, बेटे को नसीहत देते हुए बोली - मन लगाकर पढ़ना, नहीं करना मेरी चिंता

बेटे को दी नसीहत

इस मुलाकात के दौरान शबनम ने अपने बेटे को काफी सलाह दी। शबनम ने अपने बेटे से कहा कि, “वह मन लगाकर पढ़ाई करें, खाना खाए और चिंता बिल्कुल भी ना करें। बड़ा होकर वह एक अच्छा इंसान बने। मेरी किस्मत में जो भी होगा वह होगा। तुम मेरी परछाई से बिल्कुल दूर रहना। इतना ही नहीं शबनम ने बेटे को पालने वाले व्यक्ति से कहा कि, तुम इसको मेरी परछाई से भी दूर रखना। अगर इसके साथ मेरा नाम ना ही जुड़े तो अच्छा रहेगा”। इस मुलाकात के बाद शबनम और उसका बेटा काफी ज्यादा भावक दिखाई दिए। शबनम का बेटा जब बातचीत करने के बाद जेल से बाहर आया तो उसकी आंखें काफी नम थी।

 

जेल में मुलाकात के दौरान बेटे के गले लग कर फूट-फूट के रोई शबनम, बेटे को नसीहत देते हुए बोली - मन लगाकर पढ़ना, नहीं करना मेरी चिंता

 

इससे पहले शबनम मुरादाबाद जेल में बंद थी। यहीं पर उसके बेटे का जन्म भी हुआ था। पहले शबनम का बेटा उसके साथ ही रहता था, लेकिन बाद में एक व्यक्ति ने शबनम के बेटे को पालने की जिम्मेदारी उठाई। इसके बाद से शबनम से उसका बेटा उससे मिलने के लिए आता रहता है। साल 2019 जुलाई में शबनम को मुरादाबाद से रामपुर जेल में भेजा गया था।

 

जेल में मुलाकात के दौरान बेटे के गले लग कर फूट-फूट के रोई शबनम, बेटे को नसीहत देते हुए बोली - मन लगाकर पढ़ना, नहीं करना मेरी चिंता

बता दें कि शबनम ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर परिवार के साथ सदस्यों की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसे दोषी करार किया गया। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से उसे फांसी की सजा सुनाई गई थी, जिसके बाद राज्यपाल और राष्ट्रपति के पास दया याचिका भी पहुंची थी जो कि, खारिज कर दी गई। शबनम का कहना है कि, उसने कोई भी गुनाह नहीं किया है। फिलहाल, शबनम का डेथ वारंट अभी जारी नहीं हुआ है। मथुरा जेल में उसे फांसी दिए जाने की तैयारियां चल रही हैं।

 

जेल में मुलाकात के दौरान बेटे के गले लग कर फूट-फूट के रोई शबनम, बेटे को नसीहत देते हुए बोली - मन लगाकर पढ़ना, नहीं करना मेरी चिंता

 

शबनम ने की सीबीआई जांच की मांग

जेल में इस दौरान शबनम के बेटे की परवरिश करने वाले उस्मान ने पहली बार शबनम से इस बारे में बात करते हुए कहा कि, क्या तुमने यह गुनाह किया है जिसे तुम्हें सजा मिल रही है? इस बात पर शबनम ने कहा कि, मैंने ऐसा कोई गुनाह नहीं किया गया है। मुझे फंसाया जा रहा है। मैं सीबीआई जांच की मांग कर रही हूं। इस बात को लेकर उस्मान का भी यही कहना है कि, सीबीआई की जांच सही तरीके से करवाई जाए और शबनम को भी मीडिया के सामने आने दिया जाए।

मेरा नाम उर्वशी श्रीवास्तव है. मैं हिंद नाउ वेबसाइट पर कंटेंट राइटर के तौर पर...