सबने खराब बैटिंग लेकिन..” हार से तिलमिलाए Rohit Sharma ने बल्लबाजों पर फोड़ा हार का ठीकरा, इशारों-इशारों कोहली पर दिया विवादित बयान ∼
इंदौर में खेले गए भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का तीसरा टेस्ट कंगारुओं ने अपने नाम कर लिया। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की अगुवाई वाली टीम इंडिया की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। ऑस्ट्रेलिया के लिए पैट कमिंस की गैर मौजूदगी में कप्तानी संभाली स्टीव स्मिथ ने और उन्होंने वो करिश्मा कर के दिखाया जिसके लेए वह पहले जाने जाते थे और जिसकी उन्हें जरूरत भी थी।
ॉदूसरी तरफ रोहित शर्मा (Rohit Sharma) इस मैच को बुरे सपने की तरह भुलाना चाहेंगे और मैच से काफी कुछ सीखकर अगले मैच के लिए खुद को तैयार करना चाहेंगे। आइए जानते हैं कि मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने क्या कुछ कहा।
“खराब बल्लेबाजी के कारण हारे”

पहले दो टेस्ट के बाद टीम इंडिया की बल्लेबाजी की ज्यादा बात नहीं हो रही थी। हालांकि रोहित शर्मा(Rohit Sharma) ने पहले टेस्ट में शानदार शतक लगाया था लेकिन उसके अलावा टीम के लिए रन ऑलराउंडरों ने ही बनाया है। उपरी क्रम के बल्लेबाजों ने निरंतर निराशाजनक प्रदर्शन ही किया है। हालांकि पहले दो टेस्ट में जीत के बाद इस बारे में किसी ने बात नहीं की लेकिन अब जब टीम चारों खाने चित हुई है तब टीम की कमियां खुलकर सामने आई हैं। कप्तान रोहित शर्मा(Rohit Sharma) ने भी हार के बाद विराट कोहली सहित सीनियर खिलाड़ियों को जमकर कोसा। उन्होंने कहा,
“जब आप एक टेस्ट मैच हारते हैं तो बहुत सी ऐसी चीजें होती हैं जो हमारे पक्ष में नहीं होती हैं। जाहिर तौर पर हमने पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और हम समझते हैं कि स्कोरबोर्ड पर रन लगाना कितना जरूरी होता है। जब उन्होंने 80-90 रन की बढ़त हासिल कर ली तो हमें बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करना था और विराट कोहली जैसे कुछ सीनियर खिलाड़ियों को इसकी जिम्मेदारी लेने की जरूरत थी लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। अगर हमने पहली पारी में अच्छी बल्लेबाजी की होती तो चीजें कुछ अलग होतीं।”
“पिच के साथ तालमेल बिठाने की जरूरत”

टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा(Rohit Sharma) ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बहुत सारे सवालों का जवाब दिया। अगले मैच की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा,
“हमने इसके बारे में (अहमदाबाद टेस्ट) नहीं सोचा है, हमने अभी टेस्ट खत्म किया है और हमारे पास इसके बारे में सोचने के लिए कुछ समय है। हमें यह समझने की जरूरत है कि पिच कैसी भी हो हमें अपना काम करना ही होगा। जब आप चुनौतीपूर्ण पिचों पर खेल रहे होते हैं तो आपको बहादुर होना पड़ता है।
मुझे लगा कि हमने उनके गेंदबाजों को खुलकर अपने मन की गेंदबाजी करने की अनुमति दी, विशेष रूप से लायन लेकिन जब एक गेंदबाज ऐसा कर रहा है तो आपको अलग-अलग योजनाओं के साथ आना होगा।यह मैच उसी के बारे में था। हम चाहते हैं कि कुछ लोग आगे आएं और टीम को आगे ले जाने के लिए बेहतर प्रदर्शन करें। वरना आप अपनी योजनाओं में विफल रहेंगे जैसा इस मैच में हुआ।”
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