Boundary Count Rule: क्रिकेट के सबसे बड़े इवेंट यानि आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के आगाज में अब महज चंद घंटों का समय बाकि है। यह वर्ल्ड कप अपने आप में ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि पहली बार वर्ल्ड कप आयोजन सिर्फ एक देश में होने जा रहा है।
इतना ही नहीं, इसके अलावा इस बार फैंस को वर्ल्ड कप में और भी काफी चीजें अलग नजर आने वाली हैं, जिससे उनके रोमांच में चार चंद लग जाएंगे। दरअसल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इस मेगा इवेंट से पहले कुछ नियमों में बदलाव किया है, जिसमें सबसे खास है बॉउंड्री काउंट नियम (Boundary Count Rule)।
खत्म हुआ Boundary Count Rule
इस नियम के तहत यदि कोई मैच टाई होता है, तो सुपर ओवर कराया जाता है। दोनों टीमों के बीच एक – एक ओवर का मैच खेला जाता है, लेकिन अगर सुपर ओवर भी मुकाबला टाई होता है, तो उस टीम को विजेता बनाया जाता है, जिसने मैच के दौरान अधिक बाउंड्री लगाई होती हैं।
मगर अब आईसीसी ने इस नियम को निरस्त कर दिया है और आगामी वर्ल्ड कप में यह नियम देखने को नहीं मिलेगा। यदि मैच के बाद सुपर ओवर टाई होता है, तो अब फिर से सुपर ओवर कराए जाएंगे, जब तक मैच का फैसला नहीं आ जाता।
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2019 वर्ल्ड कप में मचा था बवाल
वर्ल्ड कप 2019 के फाइनल मुकाबले में इस नियम के चलते काफी बवाल मचा था। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड बीच खेले गए उस खिताबी मुकाबले में पहले कीवी टीम ने इंग्लैड के सामने 242 रन का लक्ष्य रखा था, जिसके बाद इंग्लैंड टीम भी 50 ओवर में 242 रन ही बना सकी।
इसके बाद खेले गए सुपर ओवर में भी दोनों टीमें 15-15 रन ही बना सकीं और फिर बाउंड्री काउंट (Boundary Count Rule) किया गया 26 -17 के अंतर से इंग्लैंड के पक्ष में गया और उसे विजेता घोषित कर दिया गया। हालांकि, तमाम क्रिकेट जगत ने इस नियम की आलोचना की थी। यहाँ तक कि इंग्लैंड में भी काफी लोगों ने माना कि इस नियम के चलते उनकी जीत काफी फीकी पड़ गई।
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