Team India: अगर आप भारतीय स्क्वाड पर नजर डालेंगे, तो आपको एक खास चीज नजर आएगी। अधिकतर खिलाड़ी महाराष्ट्र या गुजरात से निकले हुए हैं। इसके अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत के भी कुछ खिलाड़ी नजर आ जाएंगे। मगर एक राज्य ऐसा है, जहां से IAS-IPS को बड़ी संख्या में निकलते हैं, लेकिन क्रिकेटर्स बनाने के मामले में यह सबसे पीछे है। आइये आपको इस मामले की विस्तार से जानकारी देते हैं।
इस राज्य की हालत ख़राब
दरअसल बिहार एक ऐसा राज्य है, जहां से टीम इंडिया (Team India) को न के बराबर खिलाड़ी मिली हैं। इसका यह मतलब कतई नहीं है कि बिहार में प्रतिभाशाली खिलाड़ी नहीं हैं। महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, ईशान किशन, मुकेश कुमार और हाल ही में आईपीएल ऑक्शन में मोती कीमत हासिल करने वाले वैभव सूर्यावशी बिहार से ही हैं। मगर इनमें से अधिकतर खिलाड़ियों ने घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए दूसरे राज्यों का रुख किया।
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करियर सँवारने के लिए उठाते हैं कदम
बड़ा राज्य होने के बावजूद बिहार क्रिकेट एसोसिएशन खुद को मजबूत नहीं कर पा रहा है। इनके पास बड़े स्टेडियम और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्टर को काफी कमी है। यही वजह है कि टैलेंटेड खिलाड़ी अपना करियर सँवारने के लिए दूसरे राज्यों का रुख करते हैं। बिहार के अलावा हिमांचल प्रदेश , उत्तराखंड और नार्थ ईस्ट का भी यही हाल नजर आता है। ऐसे में बीसीसीआई को इस असमानता को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरुरत है।
IAS – IPS की भरमार
बहरहाल बिहार में भले ही क्रिकेटर्स को पर्याप्त मौका नहीं मिल रहा है। मगर देश की सेवा करने के लिए IAS – IPS बड़ी संख्या में बिहार से निकलते हैं। यह दर्शाता है कि यहाँ के युवाओं में मेहनत और लगन की कमी नहीं है। ऐसे अगर ये क्रिकेट और टीम इंडिया (Team India) को भी गंभीरता से लेंगे, तो कुछ ही वर्षों में हालत सुधर सकते है। मगर यह शुरुआत होगी कैसे, यह बड़ा सवाल है।
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