IPL: क्रिकेट का खेल देखने में जितना ज्यादा मजेदार लगता है, इसमें अंपायर की भूमिका उतनी ही ज्यादा महत्वपूर्ण होती है. यह कहना गलत नहीं होगा कि किसी खिलाड़ी से ज्यादा जिम्मेदारी का काम एक अंपायर का होता है जो पूरे मैच में अपनी नजर गडा़ए रहते हैं और मैच के दौरान किसी भी पल को वह अनदेखा नहीं कर सकते. अंपायर का एक फैसला पूरे मैच को पलटने की काबिलियत रखता है.
अब जब कुछ दिनों में आईपीएल (IPL) की शुरुआत होने वाली है तो एक बार फिर से उन अंपायर की चर्चा शुरू हो गई है जिन्होंने सबसे ज्यादा आईपीएल के मैंचो में अंपायरिंग की है.साफ तौर पर कहा जाए तो इन अंपायरों पर बीसीसीआई का भरोसा है जिन्होंने आईपीएल के इतने मैंचो में इन्हें अंपायरिंग करने का अवसर प्रदान किया है, जिन्हें कई बार मैदान पर ऐसे कडे़ फैसले लेने पड़ते हैं जिससे भले ही खिलाड़ियों का दिल टूटता है लेकिन खेल भावना को ध्यान में रखते हुए अंपायर को अपना फर्ज निभाना पड़ता है.
IPL: अनिल कुमार चौधरी
दिल्ली के रहने वाले 58 वर्षीय अनिल आईपीएल में एक अलग ही उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. पहली बार 2012 में अनिल को आईपीएल में बतौरर अंपायर अपना करियर शुरू करने का मौका मिला जिन्होंने अपनी अंपायरिंग से सबको काफी प्रभावित किया.
अनिल चौधरी ने आईपीएल (IPL) में अपनी अंपायरिंग कौशल से प्रभावित करते हुए 2021 में टेस्ट क्रिकेट में कंपरिंग करने का मौका हासिल किया, लेकिन इससे पहले 2013 में ही वह एक दिवसीय और टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैंचो में अंपायरिंग करियर की शुरुआत कर चुके थे. अनिल ने 12 टेस्ट, 42 एक दिवसीय और 47 टी-20 मैंचो में अंपायर की भूमिका निभाई है.
एस रवि
भारतीय अंपायर एस रवि जिनका पूरा नाम सुंदरम रवि है, उन्होंने साल 2009 से 2021 के बीच आईपीएल (IPL) में 131 मैंचो में अंपायरिंग की है. बेंगलुरु के रहने वाले सुंदरम ने जब 2009 में आईपीएल में अंपायर की भूमिका निभाई तो इसके बाद से वो लगातार इस लीग का हिस्सा रहे. इतना ही नहीं 2015 से 2019 तक आईसीसी के इलीट पैनल के वह सदस्य भी रहे.
वेंकट राघवन श्रीनिवासन के बाद आईसीसी इलीट पैनल में शामिल होने वाले वह सिर्फ दूसरे भारतीय अंपायर है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 58 टेस्ट के अलावा, 81 एकदिवसीय और 30 टी-20 मैचो में अंपायरिंग करने का काम किया.
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