IPL 2023: 31 मार्च से आईपीएल (IPL 2023) का आगाज होने जा रहा है। दो महीने तक चलने वाले क्रिकेट के सबसे बड़े त्योहार का फाइनल 28 मई को खेला जाएगा। पहला मुकाबला सीएसके और गुजरात टाइटंस के बीच खेला जाएगा। सभी टीमें पूरा जोर लगाएंगी ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमाने के लिए। इसी बीच खेल के नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव सहित कुछ नए नियम लाए गए हैं। ये तमाम नियम इस आईपीएल (IPL 2023) सीजन लागू कर दिए जाएंगे। तमाम टीमों को आईपीएल (IPL 2023) के दौरान उन नियमों का सख्ती से पालन करना पडे़गा। क्या हैं वो नए नियम आईए जानते हैं…
आईपीएल 16 होने वाला है और भी रोचक

क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसके खेल के नियमों में निरंतर नए बदलाव होते रहते हैं। इन बदलावों की वजह से यह खेल और भी प्रतिस्पर्धी एवं और भी अधिक रोमांचक बन जाता है। इसी कड़ी में इस साल खेले जाने वाले आईपीएल (IPL 2023) में कुछ नए नियम लाए गए हैं जो इस खेल को विश्वभर में और लोकप्रिय बना देंगे। इमपैक्ट प्लेयर से लेकर टॉस के बाद भी टीमों की घोषणा ऐसे कुछ नियम इस साल आईपीएल (IPL 2023) में लागू होने जा रहा है। बता दें कि मैच के दौरान सभी टीमों को इन नियमों को बहुत सख्ती से पालन करना होगा वरना उनपर कारवाई भी हो सकती है।
ये हैं वो नए नियम जो इस साल होंगे लागू

इस साल आईपीएल (IPL 2023) में कुछ नए नियम लाए गए हैं आइए उनपर एक नजर डालते हैं-
नया टॉस नियम:
वर्तमान में कप्तानों को टॉस से पहले टीमों का आदान-प्रदान करना होता है, इसे टॉस के तुरंत बाद टीमों के आदान-प्रदान में बदल दिया गया है। यानि टॉस के परिणाम के आधार पर कि वे पहले बल्लेबाजी कर रहे हैं या गेंदबाजी, टीमें अपना सर्वश्रेष्ठ 11 बना सकेंगी। साथ ही यह टीमों को इमपैक्ट प्लेयर को चुनने में भी मदद करेगा। प्रत्येक कप्तान के पास दो टीम शीट होगी।
(1) प्लेइंग इलेवन और 5 वैकल्पिक खिलाड़ी यदि वे पहले बल्लेबाजी करते हैं।
(2) प्लेइंग इलेवन और 5 वैकल्पिक खिलाड़ी यदि वे पहले गेंदबाजी करते हैं।
टॉस के परिणाम के आधार पर कप्तान टीम शीट्स का आदान-प्रदान करेंगे।
इमपैक्ट प्लेयर नियम:
(1) टॉस के समय टीमों को प्लेइंग इलेवन और पांच सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी पेश करना होगा। टीम शीट में नामित विकल्पों में से केवल एक खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
(2) दोनों टीमों को प्रति मैच एक इम्पैक्ट प्लेयर का उपयोग करने की अनुमति है। हालांकि, यह अनिवार्य नहीं है। यह टीमों पर निर्भर करता है कि वे इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल करना चाहती हैं या नहीं।
(3) महत्वपूर्ण रूप से, एक खिलाड़ी जिसे इम्पैक्ट प्लेयर (“रिप्लेस्ड प्लेयर”) द्वारा प्रतिस्थापित किया जाता है, वह अब शेष मैच में भाग नहीं ले सकता है और उसे स्थानापन्न क्षेत्ररक्षक के रूप में वापस जाने की भी अनुमति नहीं होगी।
(4) यदि कोई खिलाड़ी मैच के दौरान क्षेत्ररक्षण करते समय चोटिल हो जाता है, तो चोटिल खिलाड़ी अब मैच में भाग नहीं ले सकता है यदि टीम उसे बदलने के लिए इम्पैक्ट प्लेयर पेश करती है। अन्यथा, इम्पैक्ट प्लेयर को केवल ऊपर बताए गए तरीके से ही पेश किया जा सकता है।
(5) इम्पैक्ट प्लेयर केवल भारतीय खिलाड़ी हो सकता है जब तक कि प्लेइंग इलेवन में चार से कम विदेशी खिलाड़ी न हों।
(6) एक विदेशी खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में केवल उस स्थिति में इस्तेमाल किया जा सकता है जहां एक टीम शुरुआती एकादश में चार से कम विदेशी खिलाड़ियों को नामांकित करती है। केवल एक विदेशी खिलाड़ी जो टीम शीट में नामित पांच सब्स्टीट्यूट प्लेयर का हिस्सा है, को प्रभाव खिलाड़ी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर कोई टीम किसी मैच में किसी विदेशी खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में पेश करती है, तो किसी भी परिस्थिति में पाँचवाँ विदेशी खिलाड़ी मैदान में नहीं उतर सकता है।
(7) केवल कप्तान ही मैदानी अंपायर या चौथे अंपायर को विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने पर ओवर के दौरान या पारी के ब्रेक के दौरान इम्पैक्ट प्लेयर के बारे में सूचित कर सकता है।
(8) इम्पैक्ट प्लेयर मैदान में उतरने के बाद, बिना रोक-टोक के बल्लेबाजी कर सकता है और 4 ओवरों की गेंदबाजी भी कर सकता है।
एक और नया नियम है कि खिलाड़ी मैच के दौरान अंपायर के नो बॉल और वाइड बॉल के निर्णय को डीआरएस के माध्यम से चुनौती दे सकते हैं।
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