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मौजूदा समय में खेले जा रहे आईपीएल के बाद माना जा रहा है कि बीसीसीआई (BCCI) द्वारा कभी भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया जा सकता है, जिसमें कई युवा और धुरंधर खिलाड़ियों की एंट्री होगी, जिन्होंने अपने प्रदर्शन से मैनेजमेंट को प्रभावित किया है. वहीं कुछ खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है, जिन्होंने सन्यास की घोषणा कर दी है. मगर इस बीच भारत का एक ऐसा खिलाड़ी भी मौजूद है, जिसे बीसीसीआई कांट्रैक्ट लिस्ट में मौका देने के बिल्कुल भी मूड में नजर नहीं आ रही है.

दरअसल इस खिलाड़ी ने बीसीसीआई (BCCI) की बात को मानने से साफ इनकार कर दिया था जिस कारण इस खिलाड़ी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई और अभी भविष्य में इन्हें कांट्रेक्ट लिस्ट में मौका मिलता नजर नहीं आ रहा है.

BCCI: पिछले 1 साल से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर है ये खिलाड़ी

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हम यहां जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वह कोई और नहीं ईशान किशन है जिन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में जगह पाने के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है, क्योंकि अभी तक वो वैसा कारनामा नहीं कर पाए हैं जिससे उनकी सेंट्रल कांट्रैक्ट में वापसी हो. नवंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच में आखिरी बार उन्होंने टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया था. इशान किशन ने टीम इंडिया के लिए अभी तक 61 मैच खेलते हुए 1807 रन बनाए हैं, जहां दो टेस्ट में 78 रन, 27 वनडे में 933 रन और 32 टी-20 में 796 रन शामिल है.

अगले 5 साल में भी नहीं मिलेगा मौका

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इशान किशन ने दिक्कतों को सुधार जरूर है लेकिन अभी तक वह प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जिससे उन्हें केंद्रीय कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में वापस से मौका मिल सके. कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर होने के बाद आईपीएल 2024 में इस खिलाड़ी ने 23 के औसत से मात्र 320 रन बनाएं. वहीं घरेलू क्रिकेट में भी इस खिलाड़ी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा. पिछले साल टी-20 में इस खिलाड़ी का औसत मात्र 28.04 का रहा है.

इन सारे पहलुओं को देखते हुए माना जा रहा है कि इशान किशन के लिए बीसीसीआई (BCCI) के केंद्रीय कॉन्ट्रैक्ट में वापस अपनी जगह बना पाना उतना भी आसान नहीं होगा जितना आसान इसे समझा जा रहा है, अभी उन्हें और कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी.

सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के लिए ये है पात्रता

आपको बता दें कि बीसीसीआई (BCCI) के नियम अनुसार केंद्रीय कॉन्ट्रैक्ट उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने एक सत्र में तीन टेस्ट मैच या आठ वनडे या 10 टी-20 मैच खेले हो. इस मानदंड को पूरा करने पर खिलाड़ी रिटेनरशिप के लिए पात्र हो जाते हैं.

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