This Is Why R Ashwin Retired, Indian Fans Will Be Heartbroken After Knowing The Reason

R Ashwin : टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। आपको बता दें, अश्विन (R Ashwin) ने संन्यास की घोषणा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के बाद की है। दिग्गज स्पिनर के अचानक संन्यास लेने के बाद से ही उनके फैंस काफी उदास है। इसी कड़ी में आइए जानते है आखिर क्यों अश्विन ने अचानक किया संन्यास का ऐलान….

R Ashwin ने इस वजह से लिया संन्यास

Ravichandran Ashwin
Ravichandran Ashwin

अश्विन के संन्यास को लेकर पिछले कई दिनों से चर्चा तेज थी। ऐसा माना जा रहा था कि बढ़ती उम्र के चलते अश्विन जल्द ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह सकते है। और ऐसा ही हुआ। पर अश्विन के संन्यास लेने की असल वजह कुछ और ही हैं। अश्विन (R Ashwin) ऑस्ट्रेलिया की धरती पर कुछ खास परफॉर्म नहीं कर पा रहे थे। एडिलेड टेस्ट में उन्हें मौका मिला, लेकिन वह उस मौके को भुनाते हुए नहीं नजर आए।

यह भी पढ़ें: आर अश्विन के बाद अब ये 2 खिलाड़ी किसी भी वक़्त कर सकते हैं संन्यास का ऐलान, टीम इंडिया की कहलाते हैं ‘identity’

बार- बार हुए नजरअंदाज

Ravichandran Ashwin
Ravichandran Ashwin

साथ ही उनके संन्यास लेने के पीछे एक ये भी वजह मानी जा रही है कि उन्हें बार बार नजरअंदाज किया जा रहा है। बता दें, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में प्लेइंग-11 में मौका नहीं दिया। उन्हें एडिलेड टेस्ट में प्लेइंग-11 में शामिल किया, जहां उन्होंने कोच-कप्तान को इंप्रेस नहीं किया और फिर तीसरे टेस्ट मैच में गाबा टेस्ट के लिए उन्हें बेंच पर बिठाया गया।

ऐसा लगा कि आर अश्विन (R Ashwin) की बल्लेबाजी पर किसी को भरोसा नहीं, क्योंकि जिस तरह से सभी ने ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा पर भरोसा जताया। उससे ये लग रहा था कि जडेजा के शानदार प्रदर्शन के बाद अगले बाकी दो बचे मैचों में भी अश्विन बेंच पर बैठे रहेंगे। ऐसे में उन्होंने सीरीज खत्म होने से पहले ही संन्यास का ऐलान कर दिया।

R Ashwin क्रिकेट करियर

Ravichandran Ashwin
Ravichandran Ashwin

आर अश्विन (R Ashwin) ने साल 2010 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 मैच खेलते हुए अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। उन्होंने एक महान गेंदबाज के रूप में विरासत कायम की है। अपने इंटरनेशनल करियर में उन्होंने 287 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। वो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अनिल कुंबले के बाद सबसे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज रहे।

अश्विन ने एक ऑलराउंडर के तौर पर भी पहचान बनाई. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 6 शतक और 14 फिफ्टी समेत 3,503 रन बनाए। उन्हें खासतौर पर एक टेस्ट लीजेंड के रूप में पहचाना जाएगा। अश्विन का ऐतिहासिक करियर 14 साल तक चला, जिसमें उन्होंने 765 विकेट लेने के अलावा 4394 रन भी बनाए।

यह भी पढ़ें: ‘भगवान आप ही बताओ….’ लगातार नजरअंदाज किए जाने पर फूटा पृथ्वी शॉ का गुस्सा, BCCI समेत राज्य एसोसिएशन को लगाई लताड़