चेन्नई सुपरकिंग्स के ऑस्ट्रेलियाई ओपनर शेन वॉटसन ने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से संन्यास लेने का फैसला किया है। उन्होंने इसकी जानकारी फ्रैंचाइजी को इंडियन प्रीमियर लीग 2020 में टीम के आखिरी मैच के बाद दे दी थी। वॉटसन चेन्नई और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच हुए आखिरी मुकाबले में नहीं खेले थे। इंटरनेशनल क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके वॉटसन कई देशों में फ्रैंचाइजी क्रिकेट खेल रहे थे। 39 साल के इस ऑलराउंडर का प्रदर्शन इस सीजन में खास नहीं रहा था। टीम पहली बार प्लेऑफ में भी नहीं पहुंची।
शेन वॉटसन ने IPL से लिया संन्यास
शेन वॉटसन ने आखिरी लीग मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद ड्रेसिंग रूम में साथी खिलाड़ियों को इस फैसले के बारे में बताया। 2018 की नीलामी में चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ जुड़ने से पहले शेन वॉटसन राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम से भी खेल चुके हैं। 2018 के फाइनल में शेन के शतक से ही चेन्नई ने खिताब जीतकर दो साल के बैन के बाद धमाकेदार वापसी की थी। 2019 के फाइनल में भी उन्होंने चोटिल होने के बावजूद दमदार खेल दिखाया, लेकिन मुंबई इंडियंस ने एक विकेट से हराते हुए अपना चौथा खिताब जीता था।
2021 में स्टाफ का हिस्सा होंगे
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ दोस्ताना संबंध और खेल की गहरी समझ को देखते हुए बहुत संभव है कि वॉटसन 2021 में स्टाफ का हिस्सा होंगे और चेन्नई सुपरकिंग्स को नए सिरे से खड़ा करने में माही का साथ निभाएंगे। फ्रैंचाइजी क्रिकेट और चेन्नई सुपरकिंग्स को अलविदा कहते वक्त वॉटसन बेहद भावुक थे। 39 वर्षीय वॉटसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 58 टेस्ट, 190 वन–डे और 58 टी-20 इंटरनेशनल खेल चुके हैं।
145 आईपीएल मुकाबलों में चेन्नई के लिए 43 मैच खेलने वाले इस खिलाड़ी का मौजूदा सीजन निराशाजनक रहा।किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 83 रन की नाबाद पारी खेलने के अलावा वॉटसन सीएसके को अच्छी शुरुआत नहीं दिला पाए।