Match Fixing: क्रिकेट को सज्जनों का खेल कहा जाता है। मगर मैच फिक्सिंग के जरिए इस खेल को कई बार अपमान का सामना करना पड़ा। अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के जारी सीजन के बीच मैच फिक्सिंग (Match Fixing) की एक और बड़ी घटना सामने आई है और इसके आरोप 2 भारतीयों पर लगे हैं। इनके पासपोर्ट को जब्त कर लिया गया है और देश न छोड़ने की चेतवानी दी गई है। आइये आपको पूरे मामले की विस्तार से जानकारी देते हैं और बताते हैं कि किन पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे है?
क्या है पूरा मामला?

दरअसल, लीजैंड्स क्रिकेट लीग (LCL) के दौरान दो भारतीय नागरिकों योनी पटेल और पी आकाश पर मैच फिक्सिंग (Match Fixing) के आरोप लगे हैं। कोच ने उनके पासपोर्ट जब्त करने के आदेश दिए हैं। हालांकि, दोनों जमानत पर रिहा हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि इन्होने आठ से 19 मार्च के बीच कैंडी के पल्लेकेले स्टेडियम में खेले गए मुकाबले के दौरान मैच फिक्सिंग की कोशिश की। आपको बता दें कि योनी पटेल कैंडी स्वैम्प आर्मी टीम के मालिक हैं।
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उपुल थरंगा ने की जांच की मांग

लीजेंड्स क्रिकेट लीग का फाइनल राजस्थान किंग्स ने न्यूयॉर्क सुपर स्ट्राइकर्स के बीच खेला गया, जिसे राजस्थान ने अपने नाम किया। टूर्नामेंट खत्म होने के बाद श्रीलंका के पूर्व वनडे कप्तान और वर्तमान में राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के अध्यक्ष उपुल थरंगा एवं न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी नील ब्रूम ने खेल मंत्रालय की विशेष जांच इकाई सेयोनी पटेल और पी आकाश द्वारा मुकाबलों को फिक्स करने की शिकायत की थी।
इसके बाद मजिस्ट्रेट ने पटेल और आकाश पर देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया। आपको बता दें कि श्रीलंका में मैच फिक्सिंग (Match Fixing) क़ानूनी अपराध के अंतर्गत आता है। उन्होंने 2019 में इस अपराध के खिलाफ कानून पारित किया था, जिसमें दोषी को 10 साल तक की जेल हो सकती है और जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
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