Umran Malik : भारतीय क्रिकेट इतिहास में बहुत से ऐसे क्रिकेटर रहें हैं जिन्हें टीम में बहुत कम मौका मिला है. इसके चलते उन्होंने कम ही समय में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. ऐसा ही एक कश्मीरी युवा गेंदबाज टीम में आया था जिसने विपक्षी टीम के खिलाड़ियों और खासकर के बल्लेबाजों की पकड़ को ढीला कर दिया था. ऐसे में फिर भी उसे टीम में ज्यादा मौका नहीं दिया गया और वह अब काफी समय से मैदान के बाहर ही है.
कश्मीर का ये तेज गेंदबाज हो गया गुमनाम
हम बात कर रहे हैं कश्मीर के तेज गेंदबाज उमरान मालिक (Umran Malik) की जो काफी समय से बाहर ही हैं. एक समय था जब कश्मीर के युवा तेज गेंदबाज उमरान आमिर की भारतीय क्रिकेट में तूती बोलती थी. पिछले कुछ समय से वह टीम से भी बाहर चल रहे हैं. लोग हमेशा के लिए अदृश्य हो गए हैं कि एक समय था जब उन्हें भारतीय टीम के भविष्य के बारे में सोचा गया था. लेकिन स्थिर समय में वह कहां हैं और क्या कर रहे हैं इस बात का कोई खुलासा नहीं है. इंडियन प्रीमियर लीग के 2022 सीज़न में भारतीय टीम को एक कोर पेस एजेंट मिला था.
लंबे समय से मैदान से दूर है उमरान मलिक
150 किमी प्रतिघंटा की गेंदबाजी से उन्होंने (Umran Malik) काफी ग़दर मचाया था. उन्होंने अपनी धाक जमाई और टीम इंडिया में भी जगह बनाई थी. उन्हें अख्तर के बाद विश्व के सबसे तेज़ बॉल प्लेयर के रूप में माना जाने लगा था लेकिन कुछ ही समय बाद उमरान मलिक गुमनामी में खो गए. यहां आईपीएल 2024 तक उनकी फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद ने भी उन्हें बहुत ज्यादा मौका नहीं दिया था.
वहीं गेंदबाजी कोच पारस ने कहा, ‘मुझे लगता है कि टीम में प्रतिभा बनाना बेहद जरूरी है. किसी भी युवा खिलाड़ी की पास स्पीड काफी अच्छी है और आप भी क्षमता के बारे में बात कर सकते हैं. वह (Umran Malik) टीम में 145 से 148 किमी प्रति घंटे की समीक्षा से जुड़ते हुए आए, लेकिन मैं उन लोगों से नहीं मिला जो 160 किमी प्रति घंटे की समीक्षा से जुड़कर प्रभावित हो गए. मुझे ऐसा नहीं लगता कि वह सही था. तेज गति से अपनी ताकत लगाना था. वह काफी तेज थे. मैच के दौरान उन्हें अक्सर 140 किमी प्रति घंटे की स्पीड से देखा गया. लेकिन वह कैसे कर रहे थे.’
कभी तेज स्पीड की वजह से लूटी थी महफिल
गेंदबाजी कोच ने आगे कहा कि, ‘जब भी आप ऐसा करते हैं, तो आप कैप्टन का आत्मविश्वास खो देते हैं. इसलिए उन्हें नियंत्रण हासिल करना चाहिए और ऐसा तब होता है जब आप रणजी ट्रॉफी के लिए पुश कर रहे होते हैं. क्योंकि जब वह एक सीज़न में गेंदबाजी करेंगे तो दबाव में भी अपनी कला का उपयोग करने में सफल होंगे.’ जहां पारस महाम्ब्रे ने उमरान (Umran Malik) को रणजी ट्रॉफी में खेलने की सलाह दी है. जिससे वह अपनी लाइन और लेंथ पर कंट्रोल पा सके.
उमरान को गेंदबाज कोच ने दी रणजी खेलने कि सलाह
उन्होंने आगे कहा, ‘इसलिए, किसी को गेंदबाजी में नियंत्रण हासिल करना चाहिए तो उसे रणजी ट्रॉफी खेलना चाहिए.’ इसलिए हम उसे (Umran Malik) रणजी ट्रॉफी के लिए कह रहे हैं. क्योंकि जब भी वह एक सीज़न खेलेगा, दबाव में भी, वह अपनी कला का प्रदर्शन करने में सक्षम होगा.’ राहुल द्रविड़ के कोचिंग स्टाफ में शामिल इस तेज तर्रार कोच ने आगे कहा कि, ‘उस गति से लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और उन्होंने ऐसा किया भी था. T-20 फोर्मेट में यदि आप अपनी गेंदबाजी (Umran Malik) पर नियंत्रण नहीं रखते हैं, तो आप गेंदबाजी के लिए संघर्ष करेंगे.
यह भी पढ़ें : कोहली के 2 फेवरेट को मिली जगह, हुनरमंद खिलाड़ियों का कटा पत्ता, श्रीलंका के खिलाफ 15 सदस्यीय टीम इंडिया