कानपुर।मॉस्ट वांटेड क्रिमिनल विकास दुबे को लेकर जितनी तेजी जांच आगे की ओर बढ़ रही है। वैसे ही विकास दुबे केस की धीरे-धीरे परते खुलती जा रही है। बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने कानपुर में जय बाजपेयी सरीखे 25 से 30 खंजाची तैयार किए थे। इनकी मदद के जरिए उसने शहर के कई अस्पताल, होटल, रेस्टोरेंट और बारातघरों में करोडों रूपए इंवेंट किए थे। ये खुलासा एसटीएफ की जांच में किया गया है। इतना ही नहीं इसी के माध्यम से हिस्ट्रीशाट शहर में लगभग 100 करोड़ रूपए बांटे थे।
जय बाजपेयी विकास का मुख्य खंजाची था
एसटीएफ के एक अधिकारी और जांच से जुड़े कानपुर पुलिस के अधिकारी के अनुसार जय बाजपेयी मुख्य खजांची था। अकेले जय को विकास ने करीब 25 करोड़ रूपये दिए थे, जबकि जय के माध्यम से दर्जन भर लोगों को पैसा दिया गया। विकास दो फीसद ब्याज पर पैसा जया और अन्य लोगों को देता था, जबकि मार्केट में यही पैसा पांच से 10 फीसद की दर से उठाना था। पी रोड, गुमटी,नेहरू नगर और अशोक नगर में व्यापारियों को करोडों रूपए ब्याज पर बांटे गए।
कल्याणपुर-पनकी और लखनऊ कानपुर रोड पर दो व्यावसायिक निर्माण में भी विकास दुबे ने इंवेंट किया था। कल्याणपुर-पनकी रोड पर स्थित कई अस्पतालों में उसकी साझेदारी थी। कल्याणपुर-पनकी रोड, शिवली रोड, बिल्हौर, श्यामनगर, काकादेव, चकेरी, सनिगवां, महाराजपुर और यशोदानगर में एक राष्ट्रीय पार्टी के यूथ विंग से जुड़े कुछ नेताओं के नाम से विकास ने करोड़ों की जमीन खरीदी थी।
विकास ने अस्पताल,रोड निर्माण में पैसे इन्वेस्ट किए
एक राष्ट्रीय पार्टी के चुनाव चिह्न पर विधायकी लड़ चुके एक नेता के जीटी रोड स्थित होटल में वकास की साझेदारी पता चली है। विकास के एक पशु व्यापारी के संबंध भी जय बाजपेयी के जरिए हुए थे। कुछ सालों पहले दो हजार की नौकरी करने वाले इस व्यक्ति के पास पत्रकारपुरम में अपना गेस्ट हाउस है। बिठूर, सिंहपुर से सटे इलाकों में फार्म हाउस से लेकर भूमि खरीद-फरोख्त में विकास का पैसा लगा है।
सभी जांच एजेंसियों के मुताबिक विकास से जुड़े हर नए तथ्य की जानकारी एसआइटी, सुप्रीम कोर्ट के न्यायिक आयोग के अलावा आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को मुहैया कराई जा रही है। ईडी ने अब आगे जांच कर साक्ष्य एकत्र करेगी कि इन लोगों के पास इतना पैसा कहां से आया और विकास से उनके कैसे संबंध थे।