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Virat Kohli: क्रिकेट की दुनिया में अगर किसी खिलाड़ी को “बेताज बादशाह” कहा जाए, तो वह नाम है विराट कोहली (Virat Kohli)। जुनून, फिटनेस, आक्रामकता और निरंतरता का ऐसा मेल शायद ही किसी और में देखने को मिला हो। 2025 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी उनके कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जिन्हें तोड़ पाना आने वाले खिलाड़ियों के लिए नामुमकिन सा लगता है। आइए जानते हैं किंग कोहली के 7 ऐसे रिकॉर्ड्स के बारे में, जिन्होंने कोहली को बना दिया क्रिकेट का असली किंग।

Virat Kohli के 7 रिकॉर्ड्स जिन्हें तोड़ पाना है मुश्किल

Virat Kohli
Virat Kohli

1. भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान

विराट कोहली (Virat Kohli) ने भारतीय क्रिकेट में कप्तानी की नई मिसाल कायम की है। उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में कप्तान रहते हुए 40 जीत दर्ज की, जो किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। उनके नेतृत्व में भारत ने घरेलू ही नहीं, बल्कि विदेशी धरती पर भी शानदार प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी चुनौतीपूर्ण टीमों को हराकर उन्होंने भारतीय टीम को आत्मविश्वास और विश्वसनीयता दी।

कोहली की कप्तानी की खासियत उनकी आक्रामक सोच, खेल की समझ और खिलाड़ी प्रबंधन में निपुणता रही। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रेरित किया और मैदान पर हर परिस्थिति में विजयी मानसिकता बनाए रखी। उनकी रणनीतियाँ, कप्तानी की स्थिरता और रन‑चेज़ में निर्णायक योगदान ने उन्हें न सिर्फ भारत का सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनाया, बल्कि विश्व क्रिकेट में भी उनकी कप्तानी को सराहा गया। कोहली के ये रिकॉर्ड आने वाले समय में तोड़ना आसान नहीं है।

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2. कप्तान रहते हुए सबसे ज्यादा डबल सेंचुरी

विराट कोहली (Virat Kohli) ने भारतीय क्रिकेट में कप्तानी और बल्लेबाज़ी का अद्भुत संतुलन बनाए रखा। बतौर कप्तान उन्होंने 7 डबल सेंचुरी जड़ीं, जो किसी भी कप्तान के लिए आज तक का विश्व रिकॉर्ड है। यह सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि कोहली की निरंतरता, मानसिक मजबूती और तकनीकी दक्षता का प्रमाण है। कप्तानी के दबाव, टीम प्रबंधन और रणनीतियों के बीच भी उन्होंने अपने खेल को उच्च स्तर पर बनाए रखा।

उनकी बल्लेबाज़ी ने कई बार मैच का रुख बदला और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। कोहली ने यह साबित किया कि कप्तान होते हुए भी व्यक्तिगत प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखना संभव है। विदेशी पिचों पर भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा, जिससे भारतीय टीम को जीतने में मदद मिली। इस उपलब्धि ने विराट कोहली को विश्व क्रिकेट में महान कप्तानों की श्रेणी में शामिल कर दिया।

3. लगातार चार टेस्ट सीरीज में डबल सेंचुरी

विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट क्रिकेट में लगातार चार सीरीजों में डबल सेंचुरी बनाकर अपनी स्थिरता और काबिलियत का परिचय दिया। यह रिकॉर्ड यह साबित करता है कि कोहली केवल फॉर्म में रहने वाले बल्लेबाज नहीं हैं, बल्कि हर परिस्थिति और पिच पर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं। कप्तानी और दबाव के बीच भी उन्होंने लगातार रन बनाए, जिससे टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में रखा। उनकी तकनीक, मानसिक मजबूती और मैदान पर नेतृत्व क्षमता ने उन्हें विश्व क्रिकेट में स्थायी पहचान दिलाई। यह उपलब्धि आने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

4. सबसे तेज़ 8,000 से 14,000 वनडे रन

विराट कोहली (Virat Kohli) ने वनडे क्रिकेट में अद्वितीय रिकॉर्ड बनाते हुए 8,000 से 14,000 रन सबसे तेज़ पूरे किए। उन्होंने 8,000, 9,000, 10,000, 11,000, 12,000, 13,000 और 14,000 रन की उपलब्धि को अपनी तेज़ बल्लेबाजी और निरंतरता के दम पर हासिल किया। यह रिकॉर्ड उनके आत्मविश्वास, तकनीक और मानसिक मजबूती का प्रमाण है। इतना तेज़ और लगातार रन बनाना किसी भी बल्लेबाज के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है। कोहली की यह उपलब्धि उन्हें वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा रन मशीन और “चेज़ मास्टर” बनाती है।

5. वनडे में सबसे ज्यादा शतक

विराट कोहली (Virat Kohli) ने वनडे क्रिकेट में अद्वितीय उपलब्धि हासिल करते हुए 50 से अधिक शतक बनाए, जो विश्व रिकॉर्ड है। इस दौरान उन्होंने सचिन तेंदुलकर का लंबे समय से कायम रिकॉर्ड तोड़कर नया इतिहास रचा। कोहली की यह उपलब्धि उनकी निरंतरता, तकनीक और दबाव में उच्च स्तर पर खेलने की क्षमता का प्रमाण है। किसी भी परिस्थितियों में लक्ष्य का पीछा करने से लेकर बड़ी पारी खेलने तक, उन्होंने टीम के लिए कई मैच जीताए। उनकी बल्लेबाजी ने वनडे क्रिकेट को नया आयाम दिया और उन्हें विश्व क्रिकेट में सबसे बड़े बल्लेबाजों में शामिल किया।

6. रन चेज़ के बादशाह

विराट कोहली (Virat Kohli) को क्रिकेट में “चेज़ मास्टर” के नाम से जाना जाता है। लक्ष्य का पीछा करते समय उनका रिकॉर्ड अद्वितीय है। उन्होंने वनडे और टी20 में 26 से अधिक शतक ऐसे मौकों पर जड़े हैं, जब टीम को जीत के लिए बड़े रन बनाने थे। उनकी स्थिरता, मानसिक मजबूती और दबाव में निर्णय लेने की क्षमता ने कई मैच भारत के पक्ष में पलट दिए। कोहली की यह कला उन्हें विश्व क्रिकेट में सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बनाती है। उनके चेज़ रिकॉर्ड ने टीम इंडिया को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाई और उन्हें असली विजेता बनाया।

7. टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा रन

विराट कोहली (Virat Kohli) ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी महारत का लोहा मनवाते हुए 4,000 से अधिक रन बनाए, जो विश्व रिकॉर्ड है। इसके साथ ही उन्होंने सबसे अधिक Player of the Match और Player of the Series अवॉर्ड भी जीते हैं। उनकी बल्लेबाजी की निरंतरता, दबाव में शांत मन और आक्रामक खेल शैली ने उन्हें टी20 क्रिकेट में सबसे भरोसेमंद और प्रभावशाली खिलाड़ी बना दिया है। कोहली की यह उपलब्धि उनकी फिटनेस, तकनीक और मानसिक मजबूती का प्रतीक है, जो उन्हें विश्व क्रिकेट में शीर्ष बल्लेबाजों में स्थापित करती है।

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Kamakhya Reley is a journalist with 3 years of experience covering politics, entertainment, and sports. She is currently writes for HindNow website, delivering sharp and engaging stories that connect with...