नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बहुत बड़ी सफलता हाथ लगी है। सोमवार को जैश-ए-मोहम्मद के दो खूंखार आतंकियों को गिरफ्तार कर दिल्ली पर बड़ी आफत को टालने में सफलता पाई है। दोनों गिरफ्तार आतंकियों का प्लान मुंबई हमले के गुनहगार अजमल कसाब की तरह सड़कों पर राह चलते लोगों को निशाना बनाने का था। पर दिल्ली पुलिस की सर्तकता से ‘दोनो दबोच लिए गए।
दिल्ली के सराय काले खां से गिरफ्तार
दोनों आतंकियों को पुलिस ने दिल्ली के सराय काले खां से गिरफ्तार किया था। स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि दोनों आतंकी कश्मीर के रहने वाले हैं। दोनों कट्टरपंथी आतंकियों को दिल्ली में बड़ा हमला करने का आदेश था। अब्दुल लातिफ मीर (22) नामक संदिग्ध आतंकी कश्मीर के बारामुला का रहने वाला है। उसने श्रीनगर से दारुल उलूम बिलालिया शक मदरसा से हाफिज (जिसे कुरान कंठस्थ हो) की शिक्षा ले रखी है। दूसरे संदिग्ध मोहम्मद अशरफ खातना (20) ने भी मीर वाले मदरसे से ही हाफिज की पढ़ाई की है। दोनों आतंकी सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथ की तरफ बढ़े। दोनों को पाकिस्तानी हैंडलरों ने कट्टरपंथ की तरफ धकेला। चार महीने पहले दोनों से लाहौर में रहने वाले जैश के रिक्रूटर आफताब मलिक ने एक मैसेंजर ऐप के जरिए संपर्क साधा था। फिर सोशल मीडिया ऐप से फोन पर बात शुरू हुई।
कसाब की तरह हमले का प्लान था
पकड़े गए आतंकियों के आकाओं ने दोनों को पाकिस्तान में आत्मघाती हमले की ट्रेनिंग के लिए बुलाया था। हालांकि दोनों तीन बार सीमा पार करने में असफल रहे इसके बाद उन्हें देवबंद में ट्रेनिंग के लिए कहा गया। दोनों कश्मीर छोड़कर यूपी के देवबंद आ रहे थे। इसके बाद उन्हें PoK भेजा जाता। पाकिस्तान में उन्हें दिल्ली की सड़कों पर चल रहे लोगों पर हमले को कहा गया था। इसके लिए उन्हें छोटी रेंज के हथियारों के इस्तेमाल को कहा गया था।
आतंकियों के पास से मिले ये सामान
स्पेशल सेल को आतंकियों के पास से सीमा पार करने का वीडियो। सीमा पार आकाओ से हमले की योजना बनाने का Audio और जिहादी साहित्य मिला है। स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव ने कहा कि दोनों आतंकी कश्मीर की आजादी और राज्य में आर्टिकल 370 बहाल करने करवाना चाहते थे। दोनों को पूछताछ के लिए तीन दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है।