बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर और सैफ अली खान जल्द ही दोबारा माता पिता बनने वाले हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर इस बारे में खूब चर्चा हो रही है. बता दें, करीना कपूर खान की डिलीवरी साल 2021 में फरवरी महीने में होने वाली है. सैफ करीना का यह दूसरा बच्चा कोरोनियल है. कोरोनियल शब्द सुनकर आपके दिमाग में यह बात जरूर आई होगी कि यह कौन सी बीमारी है? क्या यह बीमारी मां में होती है? या फिर बच्चे में होती है? इस तरह के सवाल आपके दिमाग में घूम रहे होंगे.
साल 2020 में हुए बच्चे कहे जाएंगे कोरोनियल
दरअसल यह कोई स्वास्थ्य संबंधित समस्या नहीं है, और ना ही कोई खतरनाक बीमारी है, बल्कि कोरोनियल एक टर्म है. अर्बन डिक्शनरी डॉट कॉम के मुताबिक साल 2020 में कोरोना महामारी तेजी से फैली, जिसके बाद इस दौरान ज्यादातर बच्चों के जन्म हुए. इस जनरेशन में जितने भी बच्चों ने जन्म लिया है, उन सभी को कोरोनियल कहा जा रहा है.
कोरोनियल टर्म के दौरान पैदा होने वाले ज्यादातर दिसंबर 2020 में और साल 2021 तक वसंत ऋतु में जन्म लेंगे. इसी दौरान सैफ अली खान और करीना कपूर का दूसरा बच्चा भी पैदा होगा. जिस वजह से उनके दूसरे बच्चे को भी कोरोनियल कहा जा रहा है. इस दौरान पैदा होने वाले बच्चे काफी स्वस्थ भी माने जाएंगे, क्योंकि उनकी मां को घर रहने के दौरान आराम करने के लिए पूरा समय मिल रहा है.
इन कपल का भी बच्चा होगा कोरोनियल
स्टार कपल में सिर्फ सैफ अली खान और करीना कपूर ही नहीं बल्कि क्रिकेटर विराट और अनुष्का भी जल्द ही पैरंट्स बनने वाले हैं. विराट और अनुष्का ने भी खुद इस बात को सोशल मीडिया पर साझा किया था. इतना ही नहीं बल्कि, इस लिस्ट में सागरिका और जहीर खान नाम भी शामिल है. यह तीनों कपल साल 2021 तक माता पिता बनने वाले हैं. करीना कपूर और अनुष्का शर्मा के बच्चे को कोरोनियल कहा जाएगा क्योंकि इनकी डिलीवरी 2021 तक होगी. बात की जाए सागरिका की तो उन्होंने अपने प्रेगनेंसी के बारे में कोई खास जानकारी साझा नहीं की है.
इस दौरान डिलीवरी के हो सकते हैं यह फायदे
कोविड-19 जैसी खतरनाक महामारी के दौरान ज्यादातर सभी माता-पिता को यह चिंता है कि, उनके बच्चे को कोई नुकसान अवश्य होगा. जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है. बल्कि कोरोना काल में डिलीवरी के ज्यादातर फायदे ही है. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसी महामारी में क्या फायदे हो सकते हैं, तो हम आपको बता दें:
महामारी के दौरान लोग लॉकडॉउन के बाद ज्यादातर सभी लोग अपना ऑफिस का काम घर पर ही कर रहे हैं. इसकी वजह से वर्किंग मदर को भी डिलीवरी के तुरंत बाद अपना काम शुरू करने का मौका मिल जाएगा. इससे उनका काम भी होता रहेगा और स्वास्थ्य पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा. वह ज्यादा से ज्यादा समय अपने बच्चों को भी दे सकती है.
घर पर काम करने के कारण ऑफिस से छुट्टी भी नहीं लेनी पड़ेगी. जिससे उनका कोई खास नुकसान भी नहीं होगा. मां के साथ-साथ बच्चे के पिता को भी अपने बच्चे के साथ वक्त बिताने का मौका मिल जाएगा, क्योंकि ज्यादातर सभी औरतों के पति भी घर से ही काम कर रहे हैं.
कोरोना महामारी के बाद ज्यादातर ट्रेनें और बसें बंद कर दी गई थी, जिसकी वजह से घर में मेहमानों का आना जाना भी कम हो गया. आपको यह फायदा होगा कि, अपने छोटे बच्चे को गोद में किसी को भी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी और आप शांति के साथ अपने बच्चे का ध्यान रख सकती है.
प्रेगनेंसी के बाद डिलीवरी होने पर ज्यादातर कपल्स को एक दूसरे के साथ वक्त बिताने का मौका नहीं मिलता है, लेकिन इस समय आप अपने पार्टनर के साथ भी ज्यादा से ज्यादा वक्त बिता सकेंगी. जो कि पहले ऑफिस जाने के कारण नहीं हो सकता था.