Show: सोनी टीवी पर रोमांचक शो (Show) ‘कौन बनेगा करोड़पति 13’ (KBC 13) देखने को मिल रहा है. सोनी लिव पर ‘शार्क टैंक इंडिया’ शो के सीज़न भी देखने को मिल रहे हैं. अब आप पूछेंगे कि ये ‘शार्क’ क्या हैं और कौन हैं? तो बता दें कि ये कोई और नहीं, बल्कि बेहद प्रतिभाशाली और अनुभवी बिज़नेस इन्वेस्टर्स हैं, जिन्हें शार्क कहा जा रहा है.
तो इसी बीच आइए जानें कि वो पांच खिलाड़ी कौन हैं जिनकी किस्मत एक शो से बदल गई और आज उनकी संपत्ति करोड़ों में है?
गेट अ वे आइसक्रीम

घर के एक कमरे से शुरू हुई यह आइसक्रीम कंपनी आज पूरे देश में मशहूर है. माँ, बेटे और बेटी ने मिलकर इस कंपनी की स्थापना की थी. गेट अ वे आइसक्रीम हेल्दी आइसक्रीम और अन्य मिठाइयाँ भी बनाती है. इसकी शुरुआत 2018 में जश शाह, जिमी शाह और पश्मी शाह ने की थी. इस कंपनी की आइसक्रीम एक ब्रांड बन गई है और फिल्मी सितारे इसकी ब्रांडिंग करते हैं.
शो (Show) शार्क टैंक इंडिया में भी इस कंपनी की खूब तारीफ़ हुई. इसके बाद देश के कोने-कोने में लोग इसके बारे में जानने लगे. शार्क टैंक से उन्हें 1 करोड़ की फंडिंग भी मिली. बॉलीवुड अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा ने भी इस स्टार्टअप में निवेश किया है और ब्रांड एंबेसडर बन गई हैं.
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जेनरेशन Z स्टार्टअप
बेंगलुरु स्थित टैगज़ फूड्स को 2019 में अनीश बसु रॉय और सागर भालोटिया द्वारा शहरी जेन जेड उपभोक्ताओं को स्वस्थ भोजन करने और अधिक सक्रिय जीवन शैली जीने में मदद करने के मिशन के साथ लॉन्च किया गया था. यह एक जीवंत स्नैक ब्रांड है और आलू के चिप्स, अंतरराष्ट्रीय स्वादिष्ट डिप्स और कुकीज़ में विशेषज्ञता रखता है. उनके स्वादों की रेंज में मसाला और क्रीम प्याज शामिल हैं. शो (Show) शार्क टैंक में इस ब्रांड के संस्थापक ने बताया कि टैगज़ देश भर के शीर्ष 30-40 मिलियन परिवारों के साथ-साथ निर्यात के अवसरों पर भी केंद्रित है.
टैगज़ भारत के 12 से ज़्यादा शहरों में मौजूद है और हाल ही में इसने संयुक्त अरब अमीरात जैसे बाज़ारों में निर्यात शुरू किया है. टैगज़ ने 1.5 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था और इस वित्तीय वर्ष में स्टार्टअप की नजर 15 करोड़ रुपये की वार्षिक आवर्ती राजस्व प्राप्ति पर है.
Blue Tea के बारे में जानें
हाल ही में, ब्लू टी नाम का एक स्टार्टअप, स्टार्टअप्स के लिए फंड जुटाने के उद्देश्य से शार्क टैंक इंडिया रियलिटी शो (Show) में आया. ब्लू टी स्टार्टअप के संस्थापक ने बताया कि ग्रीन टी की इतनी मार्केटिंग हो गई है कि लोग अपनी सभी समस्याओं के समाधान के लिए ग्रीन टी पीने लगे हैं. यह चाय अपराजिता, शंखपुष्पी या नीलकंठ नामक पौधे के फूलों से बनाई जाती है. आयुर्वेद से ब्लू टी स्टार्टअप के संस्थापक ने शंखपुष्पी या अपराजिता फूल को ढूंढा है और उससे ब्लू टी बनाई है. कोलकाता निवासी सुनील चंद्र शाह ने ब्लू टी की स्थापना की है. एनसीआर के फरीदाबाद निवासी नितेश भी ब्लू टी के सह-संस्थापक हैं. भारत के हर शहर में ब्लू टी ऑनलाइन पहुंचाई जाती है.
दुनिया के 12 देशों में ब्लू टी ऑनलाइन बेची जा रही है. इसके बाद ब्लू टी के संस्थापक ने 75 लाख रुपये के निवेश के बदले एक प्रतिशत इक्विटी देने की बात कही. वर्तमान में ब्लू टी की मासिक बिक्री 5 करोड़ रुपये है.
KBC में दिखाई अपनी हुनर
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अमिताभ बच्चन के क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में कई बार ऐसे कंटेस्टेंट हॉट सीट पर आ जाते हैं कि उनकी कहानियां सुनकर बिग बी का भी दिल द्रवित हो जाता है. उत्तर प्रदेश के उन्नाव से सुधीर कुमार वर्मा गेम खेलने आए थे. वह शो के दूसरे चरण में फंस गए. उनकी सालाना आय 45 हज़ार है और उन्होंने शो में बड़ी रकम जीती. सुधीर कुमार के पिता किसान हैं. लोग उन्हें ताने मारते हैं कि पढ़ाई के बावजूद वे कुछ नहीं कर पाते। कई बार तो पढ़ाई के दौरान वे रात का खाना भी नहीं खा पाते. उनके गाँव में बिजली भी 2017 के बाद ही आई. सुधीर ने बताया है कि वह अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए शो में आए हैं. वह अपने पिता के लिए 2 बीघा ज़मीन खरीदना चाहते हैं.
सुधीर कुमार वर्मा ने शानदार खेल दिखाया, लेकिन दूसरे चरण में एक सवाल पर वह अटक गए। 2 लाइफलाइन इस्तेमाल करने के बाद भी जब उन्हें सही जवाब नहीं सूझा तो उन्होंने 25 लाख रुपये लेकर शो को अलविदा कह दिया.
खपरैल घर में रहती वैष्णवी
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का ‘कौन बनेगा करोड़पति 16’ महज एक रियलिटी शो नहीं है. यह आशा की किरण है और ज्ञान की शक्ति का प्रतीक है. झुमरी तलैया की वैष्णवी भारती की एक प्रेरक कहानी है. झुमरी तलैया की वैष्णवी भारती ने आर्थिक तंगी के बावजूद BPSC (बिहार लोक सेवा आयोग) की तैयारी की और राजनीति विज्ञान में MA की डिग्री हासिल की.
उनकी माँ नहीं हैं, इसलिए वह अपने पिता विवेकानंद के साथ घर संभालती हैं और पढ़ाई में भी अच्छे अंक लाती हैं. वह शिक्षा को अपनी समस्याओं का समाधान मानती है और सरकारी नौकरी पाने का लक्ष्य रखती है. केबीसी में जीती हुई 7.3 लाख रुपये धनराशि से वैष्णवी अपने परिवार के लिए एक नया घर बनाना चाहती है.
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