Panchayat

Panchayat : ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो की सबसे पॉपुलर वेब सीरीज में से एक पंचायत (Panchayat) दर्शकों के दिलों में अपनी ख़ास जगह बना चुकी है। इस वेब सीरीज के अब तक 3 सीजन रिलीज हो चुके हैं। जिन्हें फैंस ने खूब पसंद किया। अब इसके चौथे सीजन का इंतजार भी खत्म होने वाला है। इस वेबसीरीज में ग्रामीण परिवेश की झलक देखी गई है।

Panchayat को लेकर दर्शकों में क्रेज

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निर्माता और निर्देशक ने कई समानांतर घटनाओं से इसकी भरपाई कर दी है। इसलिए शो (Panchayat) से दर्शकों का ध्यान भटकता नहीं है। इस सीजन की कहानी के केंद्र में जितेंद्र कुमार यानी सेक्रेटरी जी का किरदार है। उनके इर्द-गिर्द और कईं किरदार दिखाई देते हैं।

सीरीज के दूसरे किरदारों जैसे भूषण/बनारकस, उनकी पत्नी क्रांति देवी यानि सुनीता राजवार, प्रह्लाद यानि फैसल मलिक, बिनोद यानि अशोक पाठक, चंद्रकांत सिंह, एमएलए के किरदारों ने भी दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है।।

तीनों सीजन में मिला दर्शकों का प्यार

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‘पंचायत’ (Panchayat) सीरीज की सेटिंग ऐसी है की इसमें एक अलग ही आकर्षण है और आप इसे तीसरे सीजन में भी महसूस करते हैं. यह दोपहर में बरगद के पेड़ के नीचे ठंडी हवा की तरह बहती है और आखिरकार चौथे सीजन के बारे में संकेत देती है। पहला सीजन 2020 में आया जिसके आठ एपिसोड आते ही प्राइम वीडियो पर हिट हो गया और इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला।

इसके (Panchayat) बाद दूसरा सीजन मई 2022 में आया था। उसे भी दर्शकों का प्यार मिला था। वहीं तीसरा इस साल आया जिसे भी खूब सराहा गया।

किरदारों में रमे दिखे सीरीज के स्टार्स

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जहां तक ​​एक्टिंग की बात है तो जितेंद्र से लेकर नीना गुप्ता, रघुबीर यादव, फैजल मलिक, चंदन रॉय तक सभी अपनी एक्टिंग के साथ न्याय करते नजर आते हैं। पिछले दो सीजन की तरह इस सीजन में भी सभी ने शानदार अभिनय किया है। वहीं पंचायत (Panchayat) के तीसरे सीजन में भी सभी कि एक्टिंग दमदार रही। वहीं डायरेक्शन की बात करें तो दीपक कुमार मिश्रा इस बार भी अपने डायरेक्शन से दर्शकों का दिल जीत लेते हैं। उन्होंने इस बार भी बेहतरीन डायरेक्शन दिखाया है।

ग्रामीण परिवेश की झलक ने जीता दर्शकों का दिल

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लोकेशन की बात करें तो सीरीज (Panchayat) में आपको कोई नया सेट देखने को नहीं मिलता है। गांव में पंचायत ऑफिस के सामने प्रहलाद के बेटे के नाम पर ‘शहीद राहुल पांडे केंद्रीय पुस्तकालय’ जरूर देखने को मिलता। सीजन एक से ही पंचायत (Panchayat) में ग्रामीण परिवेश को दिखाया गया है और गांव के लोगों को लेकर कईं तरीके की भ्रांतियां और बातें दिखाई गई है।

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