हाथरस गैंगरेप मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम कर रही है. पहले टीम को पूरे मामले की जांच करने के लिए 7 दिन दिए गए थे. SIT की आज के 7 दिन पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी कोई भी खास जानकारी नहीं मिली है. इन सबके चलते स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने सरकार से कुछ दिन की मोहलत और मांगी है, जिसके बाद यूपी सरकार ने जांच करने के लिए 10 दिन की मोहलत और बढ़ा दी गई है. हम आपको बता दें कि, SIT की टीम की अगुवाई गृह सचिव भगवान स्वरूप कर रहे हैं.
SIT की टीम ने चश्मदीद लोगों से की बातचीत
SIT की टीम ने अपनी जांच 1 सितंबर से शुरू कर दी थी जिसके बाद टीम ने कई लोगों से पूछताछ की. एसआईपी टीम के सदस्यों ने रेप पीड़िता के परिवार वालों से भी पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया. पिता के अंतिम संस्कार वाले स्थान पर जाकर भी टीम ने जांच पड़ताल की और साथ ही साथ, घटना के दौरान जितने भी चश्मदीद गवाह थे, उन सब के साथ भी टीम ने बातचीत की. उसी दौरान टीम ने सारे सीन भी रीक्रिएट किए. चश्मदीद लोगों से बात करने के बाद टीम को कुछ हैरान कर देने वाली जानकारी भी मिली है.
फोन कॉल्स के जरिए आएगा सच सामने
खबर आ रही है कि हाथरस केस में फोन कॉल रिकॉर्ड का भी खुलासा हुआ है. साल 2019 में अक्टूबर से लेकर मार्च 2020 तक आरोपी संदीप और रेप पीड़िता के भाई से फोन पर बात हुई. जब कॉल डिटेल की छानबीन की गई तो पता चला कि, इन पूरी फोन कॉल डिटेल में 104 कॉल की गई थी. 42 पीड़िता के भाई की तरफ से संदीप को कॉल की गई थी, और संदीप की तरफ से पीड़िता के भाई को 62 बार कॉल की गई थी.
हाथरस कांड में जल्द ही शुरू हो सकती है सीबीआई जांच
उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से सीबीआई जांच करवाए जाने की सिफारिश की है. बता दें कि अभी तक इस मामले में एसआईटी की जांच चल रही है, लेकिन पीड़िता के परिवार वाले सरकार की इस जांच से संतुष्ट नहीं है जिस पर वह सीबीआई की मांग कर रहे हैं. इन्हीं सब के चलते सरकार ने भी सीबीआई जांच के लिए अपील कर दी है.
फिलहाल इस केस में मिली इन सभी कॉल रिकॉर्ड्स को जांच टीम ने अपने पास सुरक्षित रख लिया है. अब इस केस में सीबीआई की जांच होने की सिफारिश की जा रही है. जल्द ही सीबीआई की जांच के लिए सरकार का फैसला सामने आ सकता है.