भारती और हर्ष की ड्रग्स मामले में गिरफ्तारी से पूरा देश सदमें मे है. किसी को इस बात पर भरोसा नहीं हो रहा है कि भारती और हर्ष भी कुछ ऐसा कर सकते हैं. आज के इस आर्टिकल में हम आपकों बताएंगे कि आखिर कैसे एनसीबी की रडार पर भारती और हर्ष पहुंचे. आइए जानते हैं कि कैसे हुई भारती के घर में छापेमारी..
यहां से मिली भारती के घर की राह
एनसीबी ने 21 नवंबर यानी शनिवार को खार दांडा इलाके में छापा मारा और एल एस डी, गांजा (40 ग्राम) और निट्राजेपैम साइकोट्रोपिक दवाएं सहित कई ड्रग्स के साथ 21 साल की उम्र के एक तस्कर को पकड़ा था. इस के बाद एनसीबी ने दो अन्य स्थानों पर छापा मारा, जिसमें कॉमेडियन भारती सिंह के प्रोडक्शन ऑफिस और घर से 86.5 ग्राम गांजा बरामद किया गया.
एनसीबी ने दावा किया कि भारती सिंह और हर्ष दोनों ने गांजे के सेवन की बात को स्वीकारा है. इसी के आधार पर भारती को एनडीपीएस एक्ट 1986 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया.
ड्रग पैडलर के फोन से मिली जानकारी
एनसीबी के मुताबिक ड्रग पेडलर के मोबाइल से मिली जानकारी के बाद भारती पर ये कार्रवाई की गई. एनसीबी ने बयान में कहा कि भारती और उनके पति हर्ष लिंबाचिया दोनों ने गांजे का सेवन करना स्वीकार किया. भारती सिंह को मादक पदार्थ संबंधी कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया गया और लिंबाचिया की जांच चल रही है.ब्यूरो के एक अधिकारी ने कहा कि सिंह के घर से कथित तौर पर बरामद मात्रा कानून के तहत “छोटी मात्रा” है. एक हजार ग्राम गांजा तक को छोटी मात्रा माना जाता है और इसके लिए छह महीने तक की जेल या 10,000 रुपये का जुर्माना या दोनों सजा हो सकती है. वाणिज्यिक मात्रा (20 किग्रा या इससे अधिक) होनेपर 20 साल तक की जेल हो सकती है. इसके बीच की मात्रा के लिए 10 साल की जेल की सजा हो सकती है. अधिकारी ने बताया, ‘सिंह का नाम एक ड्रग कारोबारी से पूछताछ के दौरान सामने आया था.”