लॉकडाउन में ठगी के लिए बैंकर को कॉल करना ठग को पड़ा भारी, खुद किए कई खुलासे

नई दिल्ली: डिजिटल तकनीक आने के बाद अपराध के तरीकों में भी बदलाव आया है. अपराधी अब तकनीक का प्रयोग कर लोगों के खून-पसीने की कमाई पर डाका डाल रहे हैं. इंटरनेट व साइबर तकनीक के जरिए अपराधी देश में कहीं भी बैठे व्यक्ति को झांसे में लेकर उसके बैंक अकाउंट से पैसे साफ कर देते हैं.

ऐसे ही एक मामला प्रकाश में आया है, जहां साइबर ठग ने एक बैंकर को फोन कर उसे अपनी ठगी का निशाना बनाया, हालांकि बैंकर ने उस ठग की बातों में नहीं आया और साइबर ठग की पोल खुल गई. इसके बाद ठग ने बताया कि लॉकडाउन में काम ना मिलने की वजह से उसे ये काम करना पड़ रहा है. वहीं ठग और सहकारी बैंक अधिकारी के बीच हुई बातचीत कुछ इस प्रकार हैं.

बैंकर और ठग के बीच हुई बातचीत के अंश

लॉकडाउन में ठगी के लिए बैंकर को कॉल करना ठग को पड़ा भारी, खुद किए कई खुलासे

ठग- हैलो, नमस्कार सर जी, मैं करन कुमार बात कर रहा हूं, एटीएम कॉल हेल्प लाइन सेंटर से, आप एटीएम कार्ड यूस कर रहे हैं.

बैंकर- जी हां.

ठग- आपको बैंक के द्वारा मैसेज किया था, जिसमें आपको आधार कार्ड, पैन कार्ड और दो पासपोर्ट साइज का फोटो जमा करना है. इन सभी का रिन्यूअल हो रहा हैं, क्या आप अभी तक ये सभी डॉक्यूमेंट बैंक में जमा नहीं कर पाए हैं सर.

बैंकर- आप किस बैंक से बात कर रहे हैं

ठग- मैं एटीएम हेल्पलाइन कॉल सेंटर से बोल रहा हूं. आप किस बैंक से एटीएम लिए हुए हैं सर.

बैंकर- मैंने एसबीआई, इंडसइंड बैंक और एचडीएफसी बैंक का एटीएम लिया हुआ हैं.

ठग- सर, आपके इंडसइंड बैंक के एटीएम को होल्ड पर रखा गया है. क्योंकि आप रिन्यूअल के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड और दो पासपोर्ट साइज का फोटो नहीं जमा किए हैं.

बैंकर- आप कहाँ से बोल रहे हैं?

ठग- मैं इंडसइंड बैंक के हेल्पलाइन सेंटर से बात कर रहा हूं, नॉएडा सेक्टर 4 से.

ठग ने खुद बताई पूरी सच्चाई

लॉकडाउन में ठगी के लिए बैंकर को कॉल करना ठग को पड़ा भारी, खुद किए कई खुलासे

बातचीत के दौरान बैंकर को इस बात की भनक लग जाती है कि ये ठग मुझसे ठगी करने की कोशिश कर रहा है.  इसके बाद ठग की पोल खोलते हुए बैंकर कहते हैं कि भाई साहब आप ये सब काम क्यों कर रहे हैं, आप कुछ ढंग का काम करिये. जिसके जवाब में ठग, बैंकर से कहता है कि सर अब लॉक डाउन में कोई काम नहीं बचा है, इसलिए ये सब करना पड़ रहा है.

इसके बाद बैंकर, ठग से पूछते हैं कि तुम ये काम अकेले करते हो या फिर इसमें तुम्हारे साथ कोई और भी है. इसके जवाब में ठग बोलता है कि पूरा गावं और मोहल्ला यही काम करता है. वहीं दिनभर में कोई ना कूई शख्स हमारी ठगी का शिकार बन ही जाता है. वहीं इस पूरी बातचीत के बाद अंत में बैंकर उस ठग से को सलाह देते हैं कि वह लोगों से इस तरह ठगी न करने की बजाय कोई अच्छा काम करे.

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