ऐसा कहा जाता है कि प्यार अंधा होता है, जो व्यक्ति प्यार की चपेट में आ जाता है . उसको अपने पार्टनर के अलावा कुछ नहीं दिखाई देता है. आज हम आपकों ऐसे ही एक प्यार के बारे में बताने जा रहे है, मंगनी के दो महीने बाद ही 19 साल की लड़की को इलेक्ट्रिक शॉक लगा और उसके दोनों पैर और एक हाथ को काटना पड़ा. होने वाले दूल्हे ने अपनी भावी संगिनी का साथ निभाने का फैसला किया.
क्या था पूरी कहानी
गुजरात के जामनगर जिले की वड़गामा में रहने वाली 18 वर्षीय हीरल तनसुख के साथ एक बुरा हादसा हो गया. उनकी की सगाई 28 मार्च को जामनगर के ही रहने वाले चिराग भाड़ेशिया गज्जर के साथ हुई थी. इन दोनों की शादी गर्मी की छुट्टियों में ही होने वाली थी, लेकिन विधाता को कुछ और ही मंजूर था.
दरअसल 11 मई को हीरल कपड़े धोने के बाद, उसे सुखाने के लिए खिड़की के पास पहुँचे और जैसे ही अपने हाथों को बाहर निकाली, उसी दौरान ईटेंशन तार पर उसका हाथ चला गया और उसका दाहिना हाथ बुरी तरह से जल गया. उसके बाद पैरों में भी करंट आ गया और उसके दोनों पैर जल गए और वह भी बुरी तरह से झुलस गई.
चार दिनों के पश्चात आखिरकार डॉक्टरों ने अपने हाथ खड़े कर लिए और उसे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. वहाँ पर पहुँचने के बाद डॉक्टरों ने कहा कि हिरल का दायाँ हाथ और दोनों पैर के घुटने काटने पड़ेंगे और साथ ही यह कहा कि अगर आप लोग इसे 48 घंटे के अंदर-अंदर यहाँ पर ले आए होते तो यह शायद ठीक हो जाती.
मंगेतर ने कायम किया इतिहास
हादसे के बाद हीरल के माता-पिता पर दुखों का पहाड़ ऐसे टूटा की, शायद वह कभी ख़त्म ही ना हो. दोनों सोचने लगे कि उनकी अपंग बेटी का बोझ कौन उठाएगा? अब तो चिराग भी उससे शादी नहीं करेगा. हिरल का मंगेतर चिराग जब अस्पताल पहुँचा तो उसको हिरल के माता-पिता की परेशानी देखी नहीं गई और उसने फ़ैसला किया कि वह जब भी शादी करेगा तब हीरल से ही करेगा और पूरी ज़िन्दगी क्या अगले जन्म तक भी वह उसका साथ देगा और चिराग के माता-पिता ने भी अपने बेटे के फैसले का पूरा समर्थन किया.