Ranji Trophy : सौराष्ट्र ने जीता रणजी का खिताब, फाइनल मुकाबले में बंगाल को 9 विकेट से हराकर दूसरी बार बनी चैपिंयन∼
घरेलू क्रिकेट रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला सौराष्ट्र और बंगाल के बीच खेला गया। यह मुकाबला कई मायनों में बहुत ही ऐतिहासिक साबित हुआ। इस मुकाबले में कुछ रिकॉर्ड भी बने और कुछ चीजों का दोहराव भी हुआ। सौराष्ट्र की टीम ने रणजी ट्रॉफी में शानदार जीत हासिल की लेकिन इस जीत के साथ कुछ हैरान कर देने वाली चीजें भी जुड़ी है।
सौराष्ट्र को मिली है रणजी ट्रॉफी में जीत

बता दे कि रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में बंगाल के खिलाफ खेलते हुए सौराष्ट्र की टीम को दूसरी बार जीत मिली है। इससे पहले साल 2019 20 के दौरान हुए रणजी ट्रॉफी मुकाबले में सौराष्ट्र की टीम ही जीती थी। लेकिन इस मुकाबले में सौराष्ट्र की टीम ने पूरी तरह से एकतरफा होकर इस मैच को अपने नाम पर कर लिया।
बता दें कि सौराष्ट्र की टीम के कप्तान जयदेव उनादकट ने पहले टॉस जीतकर गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया था। इसके बाद बल्लेबाजी का मौका मिला बंगाल की टीम ने सौराष्ट्र के गेंदबाजों से काफी संघर्ष लिया लेकिन उनकी पहली पारी 174 रनों पर ही सिमट गई। इसके बाद जब सौराष्ट्र की टीम की बारी आई तो सौराष्ट्र ने अपना स्कोर 404 रनों तक पहुंचा दिया।
अपनी पहली पारी की बदौलत सौराष्ट्र की टीम ने 230 रनों की लीड हासिल कर ली थी। लेकिन बंगाल की टीम ने अपनी दूसरी पारी के इस्तेमाल करते हुए केवल 241 रन ही बनाए। इस प्रकार से जीतने के लिए सौराष्ट्र की टीम को केवल 12 रनों की आवश्यकता थी। इन 12 रनों को सौराष्ट्र की टीम ने बहुत ही आसानी से हासिल कर लिया और दूसरी बार रणजी ट्रॉफी का ताज अपने सिर पर सजा लिया।
जयदेव उनादकट चुने गए प्लेयर ऑफ द मैच

बता दें कि इस मैच के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के तौर पर जयदेव उनादकट को चुना गया। जयदेव उनादकट सौराष्ट्र के कप्तान है और इस मैच में उन्होंने कुल 9 विकेट हासिल करने का कारनामा कर दिखाया। इसके अलावा प्लेयर ऑफ द सीरीज के रूप में अर्पित वसावड़ा को चुना गया जिन्होंने इस पूरी सीरीज में कुल 907 रन बनाकर शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया।