“सचिन नहीं बल्कि ये बल्लेबाज महान है” Ravichandran Ashwin के बयान ने क्रिकेट जगत में मचाई खलबली, तेंदुलकर को नहीं बल्कि इस खिलाड़ी को बताया बेस्ट∼
Ravichandran Ashwin: वर्तमान समय में भारतीय टीम के सबसे ज्यादा अनुभवी और स्पिनर गेंदबाज के रूप में रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की तरफ ही देखा जाता है। रविचंद्रन अश्विन शुरुआत से लगातार अपनी स्पिनिंग गेंदबाजी से सभी को प्रभावित करते आए हैं। इसका एक ताजा नमूना ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई पहली टेस्ट मैच में उन्होंने आठ विकेट हासिल करके फिर एक बार दिखा दिया। अब रविचंद्रन अश्विन अपने एक बयान के कारण चर्चा का विषय बने हैं।
रविचंद्रन अश्विन का बयान
रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने एक ऐसा बयान दिया है जिस बयान के काफी अलग अलग मायने निकाले जा सकते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान माना जाता है। आज भी दुनिया में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर का ताज उनके ही सर पर है। लेकिन रविचंद्रन अश्विन की नजरों में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) नहीं बल्कि कोई और ही खिलाड़ी महान बल्लेबाज है।
इस खिलाड़ी को बताया महान
दरअसल ईएसपीएन क्रिकइंफो के द्वारा एक कॉलम लिखा गया पूर्णविराम इस कॉलम में रविचंद्रन अश्विन के बयान का जिक्र करते हुए कहा है कि,
“मेरी नजरों में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) बेस्ट बल्लेबाज है। उन्होंने अपने पूरे करियर के दौरान अभी तक अपने खेलने में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है। वह हमेशा से ही जैसा खेलते हैं उसी में और ज्यादा परफेक्शन लाने की और उसी को निखारने की कोशिश करते रहते हैं।”
अश्विन ने आगे कहा कि,
“वर्तमान समय में चेतेश्वर पुजारा टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम के एक पिलर जैसे हैं। उन्होंने विदेशी पिचों पर भी भारत के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है। लेकिन इतने बड़े योगदान के बावजूद भी उन्हें वह कद नहीं मिल पाया जिसके वह हकदार हैं।”
अश्विन ने इस खिलाड़ी की भी तारीफ की
चेतेश्वर पुजारा के अलावा रविचंद्रन अश्विन ने भारत के पूर्व बल्लेबाज मुरली विजय की भी काफी तारीफ की। उन्होंने कहा कि “सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग के बाद कोई टेस्ट फॉर्मेट का बेहतर ओपनर खिलाड़ी हुआ तो वह मुरली विजय है। नई गेंदों का सामना करने में मुरली विजय माहिर थे। किसी भी तरह की नई गेंद को पूराना कर के गेंदबाज को परेशान कर देते थे। उन्होंने लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए बेहतरीन योगदान दिया है लेकिन उन्हें भी वह हक नहीं मिल पाया जिसके वह हकदार थे।”
वैसे मुरली विजय भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं लेकिन उनके बयान अभी भी सुर्खियों में बने रहते हैं। कुछ दिनों पहले ही मुरली विजय का बयान आया था और उन्होंने ट्विटर के माध्यम से कहा था कि मुंबई के कुछ पूर्व खिलाड़ी कभी भी साउथ इंडियन खिलाड़ियों को महत्व नहीं देते। उनके इस बयान से साफ दिखाई दे रहा था कि वह कुछ पूर्व खिलाड़ियों से काफी खफा है।