Dhruv Jurel : इंडियन प्रीमियर लीग हमेशा से भारतीय क्रिकेट टीम को नए नए स्टार खिलाड़ी दिए है और इस साल भी इस लीग में नए नए युवाओं को करियर का आगाज करने का मौका मिल रहा है । कल राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के बीच खेले गए मैच में राजस्थान रॉयल्स के तरफ से ध्रुव जुएल ने अपनी पारी से सभी को प्रभावित किया था । आज हम आपको ध्रुव जुएल के करियर के स्ट्रगल के बारे में बताने वाले है उनके पिता के बारे में जानकर आप भी गर्व महसूस करने वाले होंगे।
Dhruv Jurel ने कल जीता सभी का दिल

राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के बीच खेले गए कल के मैच में पंजाब किंग्स ने राजस्थान रॉयल्स को 5 रनो से हरा दिया । इस मैच को भले ही राजस्थान रॉयल्स जीत नहीं पाई लेकिन युवा विकेट कीपर बल्लेबाज ध्रुव जूरेल ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया । ध्रुव जूरेल ने कल राजस्थान रॉयल्स के लिए जब लग रहा था मैच में और कुछ नही होना वाला है तब उन्होंने 15 गेंदों में चौके और 2 छक्के के मदद से ताबड़तोड़ 32 रनो की पारी खेली जिससे राजस्थान रॉयल की टीम लक्ष्य का पास पहुंच पाई।
मां ने गहने बेचकर Dhruv Jurel को दिलाया था किट

ध्रुव जूरेल भी बाकी क्रिकेटरों के तरह ही बचपन से ही क्रिकेट के शौकीन थे लेकिन उनका परिवार उतना सक्षम नहीं था । जब ध्रुव ने 12 साल के उम्र में अपने परिवार के सामने क्रिकेट बैट और किट के लिए शर्त रखी थी कि या तो क्रिकेट किट दिलाओ नही तो मैं घर छोड़कर चला जाऊंगा । तब उनकी माता जी अपने गहने बेचकर ध्रुव को नया क्रिकेट किट दिलाया था । ध्रुव जुरेल ने हाल ही में एक शो में बताया था कि जब भी वो इस चीज को याद करते है तब उन्हे खुद पर पछतावा होता है कि उन्होंने अपने पेरेंट्स के साथ ब्लैकमेल किया था ।
पिता रह चुके है कारगिल के हीरो

राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के मैच में युवा बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने सभी का दिल जीता मगर उनके पिता जी ने सालो पहले ही देश वालो का दिल जीत लिया था । 1999 में हुआ कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच में आप सभी को याद होगा इस युद्ध में ध्रुव जुरेल के पिता भी भारतीय सेना में शामिल थे । ध्रुव जुरेल अपने पिता के तरह ही आर्मी में जाने चाहते थे इसी कारण उनकी प्राइमरी पढ़ाई आर्मी स्कूल में हुई है लेकिन उसके बाद एक बार गली में क्रिकेट खेलते समय उन्हें क्रिकेट से प्यार हो गया जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट को कभी नहीं छोड़ा।