Sunil Gavaskar: जोफ्रा आर्चर के लिए पिछले कुछ वक्त अच्छा नहीं गुजरा है। वह लगातार कुछ महीनों से चोट की समस्या से जूझ रहे हैं। आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए भी वह ज्यादा मुकाबलों में हिस्सा नहीं ले पाए और वह मैदान के बजाय डग आउट में बैठे ज्यादा नजर आए। पिछले दिनों वह कोहनी की चोट के चलते आईपीएल 16 से भी बाहर हुए थे। वह केवल पांच मैच खेल सके और 9.50 की इकॉनमी के साथ दो विकेट ले सके। इसी बीच टीम इंडिया के दिग्गज क्रिकेटर सुनिल गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने आर्चर को जमकर लताड़ा है।
चोट के चलते आईपीएल से हुए थे बाहर
मुंबई इंडियंस के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर (Jofra Archer) चोट के चलते पिछले दिनों आईपीएल 16 से बाहर हो गए। गौरतलब है कि वह पिछले कुछ समय से कोहनी में चोट की समस्या से जूझ रहे थे। गौरलतब है कि उन्हें कोहनी की चोट के चलते यह सीजन बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा. वे केवल पांच मैच खेल सके और 9.50 की इकॉनमी के साथ दो विकेट ले सके। जोफ्रा आर्चर को आईपीएल 2023 के बीच में इलाज के विदेश भी जाना पड़ा था। हालांकि उन्होंने इससे इनकार किया था मगर मुंबई के कोच मार्क बाउचर ने बताया था कि जोफ्रा बाहर गए थे।
“उसे एक पैसा नहीं देना चाहिए”
जोफ्रा आर्चर का आईपीएल से बाहर होना मुंबई इंडियंस के लिए बहुत बड़ा झटका था। जाहिर है कि MI को उनसे काफी उम्मीदें थीं मगर चोट ने उनका साथ नहीं दिया और वह टीम का साथ छोटकर अपने वतन लौट गए। उनकी जगह इंग्लैंड के ही क्रिस जॉर्डन को टीम में शामिल किया गया था। इसी बीच टीम इंडिया के महान खिलाड़ि सुनिल गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने आर्चर को जमकर लताड़ा है। एक हालिया इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इंग्लैंड के इस गेंदबाज को एक भी रुपया न देने की बात कही है। गावस्कर ने मिड-डे अखबार के एक लेख में कहा,
” मुंबई इंडियंस का जोफ्रा आर्चर के साथ अनुभव कैसा रहा? उन्होंने उस पर जुआ खेला यह जानते हुए कि वह चोटिल है और केवल इस सीजन से उपलब्ध होगा। उन्होंने उसके लिए बड़ा पैसा दिया और बदले में क्या मिला? वह 100 फीसदी फिट नहीं दिखा और उसे इस बारे में फ्रेंचाइज को बताना था। उन्हें (मुंबई) जब वह आया तब पता चला कि वह बड़ी मुश्किल से बॉलिंग कर सकता है। टूर्नामेंट के बीच में वह इलाज के लिए विदेश गया। तो वह पूरी तरह फिट नहीं था फिर भी आया। यदि वह फ्रेंचाइजी के प्रति समर्पित था तो उसे आखिर तक रुकना चाहिए था भले ही वह नहीं खेलता और फ्रेंचाइजी को लेकर समर्पण दिखाता। इसके बजाए वह ब्रिटेन वापस चला गया। “
“कोई खिलाड़ी चाहे उसका कितना ही बड़ा नाम हो अगर वह पूरे सीजन के लिए उपलब्ध नही होता है तब उसे एक भी रुपया देने का मतलब नहीं है। यह खिलाड़ी की इच्छा है कि वह आईपीएल खेलता है या देश के लिए। अगर देश को आईपीएल पर तवज्जो देता है तो उसे पूरे नंबर मिलने चाहिए लेकिन अगर आईपीएल चुनता है तो पूरी तरह कमिटमेंट पूरा करना चाहिए। बहाने बनाकर जल्दी नहीं जाना चाहिए।”