हरी सब्जी के दाम ने आमलोगों के पाॅकेट पर सीधा वार किया है। इससे किचन की थाली हल्की होने लगी है। बाजार में ज्यादातर हरी सब्जियों की कीमत 40-50 रुपये प्रतिकिलो के आसापास है। ऐसे में जो लोग किलो में सब्जी की खरीदारी करते थे, अब पाव भर खरीद रहे हैं। बाजार में विक्रेता बता रहे हैं कि बारिश के मौसम की वजह से सब्जी सही से नहीं हो पा रही है।
पानी की वजह से बढ़ गईं हैं कीमत
इस वर्ष मानसून के आने के पहले से बारिश शुरू हो गई है। इससे खेत में कीड़ों का प्रकोप बढ़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों में जो सब्जी उत्पादक क्षेत्र हैं, वहां खेतों में जमा पानी की वजह से तैयार सब्जियां जैसे भिंडी, टमाटर, लौकी आदि खेत में ही बर्बाद हो रही हैं। बहुत सारी सब्जियां सड़ने लगी हैं। इससे अचानक सब्जियों की किल्लत हो गई है और सब्जी के दाम में भारी इजाफा हो गया है।
अगले 1 हफ्ते में बढ़ सकती है प्याज की कीमत
व्यापारी बता रहे हैं कि अगले एक सप्ताह में प्याज की कीमतें एक बार फिर से तेज हो सकती है। मंडी में लोकल प्याज की आवक लगभग खत्म हो गई है। ऐसे में हमलोग पूरी तरह से नासिक, मद्रास और मध्य प्रदेश से आने वाले प्याज पर निर्भर हो गए हैं। बड़ी मंडियों में लगातार हो रही बारिश के कारण अब प्याज भी सड़ने लगा है। ऐसे में वहां भाव तेज होने शुरू हो गए हैं। इसका असर एक से डेढ़ सप्ताह में बाजार में देखने को मिल सकता है।
अब बाजार में ये है सब्जियों और प्याज की कीमत
टमाटर – 40 प्रति किलो
शिमला मिर्च – 80 प्रति किलो
फ्रेंच बीन – 80 प्रति किलो
फूलगोभी – 60 प्रति किलो
खेखसा- 60 प्रति किलो
भिंडी – 50 प्रति किलो
बंधा गोभी – 40 प्रति किलो
करेला – 40 प्रति किलो
झींगी – 40 प्रति किलो
नेनुआ – 40 प्रति किलो
पेचकी – 40 प्रति किलो
ओल -40 प्रति किलो
बोदी -40 प्रति किलो
लौकी – 30 प्रति किलो
खीरा – 30 प्रति किलो
मूली- 30 प्रति किलो
पालक – 20 प्रति किलो
नींबू- 5 प्रति पीस
आलू सफेद -18 प्रति किलो
लाल आलू -20 प्रति किलो
प्याज -30 प्रति किलो