सावधान: भारत में एक्टिव हैं आईएसआईएस के 200 आतंकवादी, हो सकता है बड़ा आतंकी हमला

नई दिल्ली: भारत में जहां आतंकवाद कश्मीर और जम्मू के कुछ चुनिंदा इलाकों में सिमट कर रह गया है तो वहीं अब आतंक का बड़ा समूह अपनी पैठ बनाने की कोशिश में है और ये सारे राज किसी और ने नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र ने खोले हैं। दरअसल खबरें है कि भारत के कुछ इलाकों में सबसे बड़े आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के आतंकी छिपे हैं और ये मौका देखकर भारत पर बड़ा हमला कर सकते हैं।

भारत में ही हैं आतंकी

सावधान: भारत में एक्टिव हैं आईएसआईएस के 200 आतंकवादी, हो सकता है बड़ा आतंकी हमला

दरअसल एक रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि भारत के कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में 150-200 हिंदू विलयाह के आतंकी छिपे हुए हैं और यह भारत पर एक बड़ा आतंकवादी हमला कर सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में बताया गया कि सभी आतंकवादी भारत, बांग्लादेश, म्यांमार और पाकिस्तान जैसे देशों के हैं। भारत और भारतीय उपमहाद्वीपों पर होने वाले आतंकी हमलों में अलकायदा की बड़ी भूमिका हो सकती है।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट

दरअसल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की विश्लेषण से जुड़ी 26 वीं रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में ऐसे आतंकवादी हमले हो सकते हैं। जिनके आतंकी संगठन अलकायदा,नीमरूज, हेलमंद हैं और इन सभी का संचालन अफगानिस्तान में कंधार से तालिबान द्वारा किया जाता है और यही आतंकी संगठन भारत को अपने आतंक का शिकार बना सकते हैं।

बदले की तलाश में संगठन

सावधान: भारत में एक्टिव हैं आईएसआईएस के 200 आतंकवादी, हो सकता है बड़ा आतंकी हमला

संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि आईएसआईएस से जुड़ा हुआ हिंदी विलायह भारत में डेढ़ सौ से 200 आतंकी जमा कर चुका है। एक्यूआईएस को लेकर इस रिपोर्ट में बताया गया है। कि इसके वर्तमान नेता ओसामा महमूद है उसके पहले वाले नेता असीम उम्र की मौत का बदला लेने के लिए यह संगठन भारत में ही एक बड़े तबके को अपने आतंक का शिकार बना सकता है।

क्या है ये हिंद विलयाह

आपको बता दें कि हिंद विलयाह अंतरराष्ट्रीय इस्लामिक स्टेट के आतंकी संगठन का ही एक नया स्वरूप है जो भारत में एक्टिव होने का दावा करता है। इस बात की सारी जानकारी खुद आईएसआईएस द्वारा उसकी समाचार एजेंसी द्वारा दी गई थी। गौरतलब है कि इससे पहले 2015 में भी भारत में आईएसआईएस का एक खुरासान मॉडल एक्टिव हुआ था जिसे जम्मू कश्मीर द्वारा नष्ट होने की बात कही गई थी।

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