मुनव्वर फारूकी

स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को सुप्रीर कोर्ट ने धार्मिक भावनाओं के अपमान के मामले में अंतरिम ज़मानत दे दी है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने एमपी पुलिस को भी एक नोटिस जारी किया है। मुनव्वर की जमानत याचिका में आरोप लगाया गया है कि आरोपी को नियम के मुताबिक गिरफ्तार नहीं किया गया।

मुनव्वर फारूकी पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा था

मुनव्वर फारूकी

उच्चतम न्यायालय ने कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को जमानत दे दी है। बता दे कि उनके उपर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा था। इसे पहले मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी, इसी आदेश को याचिकाकर्ताओं ने शीर्ष आदालत ने चुनौती दी थी।

कॉमेडियन फारूकी पर एक कार्यक्रम के दौरान हिंदू-देवताओं के बारे आपत्तिजनक टिप्पणी कर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा था। उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ती आरएफ नरीमन और न्यायमूर्ति बीआर गवई की पीठ के समक्ष फारूकी की याचिका पर सुनवाई की गई।

फारूकी पर दूसरों राज्यों में दर्ज मामलें पर रोक

मुनव्वर फारूकी

इसके अलावा इलाहाबाद हाई कोर्ट से जारी प्रोडक्शन वारंट पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। मुनव्वर फारूकी के खिलाफ दाखिल दूसरों राज्यों में मुकदमों को खरिज किए जाने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी  किया है।

आपको बता दें कि महीने भर पहले मुनव्वर फारूकी ने अपने शो के दौरान कथित रूप से हिंदी देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी। इससे नाराज लोगों की शिकायत पर पुलिस ने कार्यवाई की और फारूकी को गिरफ्तार कर लिया गाया था। उनकी गिरफ्तारी की याचिका को खारिच कर दिया था।

क्या कहा फारूकी ने अपनी याचिका में

सुप्रीम कोर्ट

आपको बता दें कि कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी ने सुप्रीम कोर्ट में कुल दो याचिकाएं दी हैं। एक याचिका में उन्होंने खुद को जमानत पर रिहा करने की गुहार लगाई है और दूसरी याचिका में अपने खिलाफ दर्ज अलग-लग राज्यों में मुकदमों को एक जगह ट्रांसफर करने की  मांग की गई है। इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत देते हुए पुलिस को एक नोटिस जारी किया है।

मुनव्वर फारूकी के खिलाफ अलग-अलग जगह याचिकाएं दर्ज हैं जिसमें एक याचिका प्रयागराज में भी दर्ज है। प्रयागराज में दर्ज मामले में पिछले महीने प्रोडक्शन वारंट जारी किया गया। पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट इंदौर सीजेएम कोर्ट और जेल में पेश किया। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने मुनव्वर फारूकी को आंतरिम जमानत देते हुए इस प्रोडक्शन वारंट पर रोक लगा दी है।

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