नई दिल्ली : वैश्विक महामारी कोरोना ने सभी के जीवन के साथ-साथ पुरे सिस्टम को भी हिला कर रख दिया है. देश भर में रेल सेवाएं ठप कर दी गई थी. 3 महीने के सम्पूर्ण लॉकडाउन के दौरान। केवल जरूरी सेवाएं जारी थी, लेकिन अब धीरे-धीरे पुरे सिस्टम को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है. पूरा साल लगभग कोरोना के वजह से बंद ही रहा. लेकिन पूजा-पर्व को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने अगले महीने से 100 नई ट्रेनों को संचालित करने का फैसला लिया है. इन सब ट्रेनों में ज्यादातर ट्रेनें स्लीपर क्लास की होंगी ,जिसका रेल किराया कम होगा.
रेलवे बोर्ड ने आने वाले त्योहारों के भीड़ को देखते हुए लिया फैसला
रेलवे बोर्ड ने 100 ट्रेनों को संचालित करने का निर्णय इसलिए लिया ताकि आने वाले त्योहारों के समय भीड़ पर काबू रखा जा सके साथ ही कोरोना से सेफ्टी बरती जाये. बता दें कि अक्टूबर से लेकर नवंबर महीना तक देशभर में त्यौहार मनाया जाता है. जिसके लिए लोग एक जगह से दूसरे जगह जाते है. लोग अपने सगे-सम्बन्धियों से मिलने जाते है. जो लोग बाहर रहते हैं वो त्यौहार मनाने अपने घर वापस आते हैं. साथ ही आपको यह भी बता दें कि त्योहारों के समय में भी स्पेशल ट्रेनों को चलाया जाता है.
अभी चलाई जा रही ट्रेनों में किराया ज्यादा होने से लोगों को परेशानी
हालांकि अभी भी रेलवे की तरफ से 40 क्लोन ट्रेनें संचालित की जा रही है,लेकिन इनमें से ज्यादातर वातानुकूलित श्रेणी की हैं, जिसके कारण इन ट्रेनों में सफर करने के लिए यात्रिओं को ज्यादा किराया देना होगा. इससे आम आदमी को सफर तय करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही कोरोना से बचाव के लिए ज्यादा भीड़ इक्कठा ना हो, इसका भी खास ख्याल रखा जाएगा. इन सभी बातों को मद्दे नज़र रखते हुए 100 नई गैर वातानुकूलित ट्रेनों को अगले महीने से चलाया जाएगा.
ज्यादातर ट्रेंने बिहार और बंगाल को जाएगी
जिन 100 ट्रेनों को चलाई जाएगी उनमें से ज्यादातर ट्रेन बिहार और बंगाल जाने वाली होगी. क्योंकि अगले महीना दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहार का महीना होता है. जिसमें परिवार से लेकर सगे-सम्बन्धी के साथ त्योहार मनाने अपने घर बंगाल, बिहार, झारखण्ड को जाते है. बता दें कि ट्रेन के जनरल कोच में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से किया जाएगा. कोरोना जाँच होने के बाद ही ट्रेन में सफर करने की अनुमति प्रदान की जाएगी.