20 रियाल बैंक नोट पर भारत का गलत नक्शा छाप दिया गया था. जिसमें अविभाजित जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग दिखाया गया था. भारत ने इस पर काफी ज्यादा आपत्ति भी जताई थी. इसके लिए अब जी-20 सम्मेलन से पहले सऊदी अरब में रियाद के नोट पर छपी भारत के गलत नक्शे को वापस कर लिया है. जानकारी के मुताबिक नोट वापस नहीं लिया गया, बल्कि उन्होंने उसकी छपाई भी बंद कर दी है.
पूरे जम्मू कश्मीर को देश से अलग दिखाया था
दरअसल, भारतीय राजदूत औसाफ सईद ने सऊदी अरब के सामने रियाद में 28 अक्टूबर को इस बात पर मुद्दा उठाया था. 20 रियाल के नोट में बनाया गया वैश्विक नक्शे में जम्मू कश्मीर और लद्दाख को भारत से अलग करके दिखा दिया गया था. विवादित नोट में एक तरफ़ किंग सलमान और जी-20 समिट लोगों का लोगो बना हुआ था. वहीं दूसरी तरफ जी-20 देशों के वैश्विक मैप को बना रखा था. इस नक्शे में पीओके गिलगित-बाल्टिस्तान के अलावा पूरे जम्मू कश्मीर को ही देश से अलग दिखा दिया गया था. इस पूरे मामले को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने भी कुछ बातें बताई.
सऊदी अधिकारियों से की गई बात
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ” भारतीय सीमाओं के गलत चित्रण का मामला हमने सऊदी अधिकारियों के सामने उठाया. रियाद के साथ ही साथ नई दिल्ली में भी सऊदी के अधिकारियों से बात की. सऊदी अधिकारियों द्वारा पता चला कि उन्होंने इस मामले में हमारी सभी चिंताओं को नोट किया है”.
सऊदी अरब करेगा जी-20 की अध्यक्षता
सऊदी अरब के किंग 15वें जी-20 शिखर सम्मेलन की करने वाले हैं जो कि 21 22 नवंबर तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन को एक नए विषय पर आयोजित किया जाएगा, जिसका नाम है ‘सभी के लिए 21 वीं सदी के अवसरों का एहसास’. कोरोना वायरस के कारण इस बार जी-20 सम्मेलन वर्चुअल ही होगा. इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाग लेने वाले हैं.
जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान महामारी से लड़ने और नौकरियों को बहाल करने के नए तरीके और साधनों पर चर्चा की जाएगी. जी-20 शिखर सम्मेलन में कोरोना वायरस महामारी के प्रभावों और भविष्य की स्वास्थ्य सुरक्षा योजनाओं को लेकर पुनर्जीवित करने के कदमों पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा.