किसान आंदोलन के बीच अब वायरल हुआ स्विगी का मजेदार ट्वीट, आप भी देखिए

नए कृषि कानून के बाद से किसान लगातार अपने हक के लिए सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं. जो किसान गर्मी ज्यादा हर मौसम में खेती करते हैं, अन्न की रखवाली करते हैं उन्हीं के ऊपर अब पुलिस अत्याचार कर रही है. जिन्हें हम किसान कहते हैं, उन्हें दुर्भाग्यवश आजादी के बाद से लेकर अभी तक हाथ फैलाने पड़ रहे हैं. इन्हीं सब मामलों के बीच अब ट्विटर पर एक ऐसा ट्वीट वायरल हो रहा है, जो काफी मजाक से भरा हुआ है. मामला किसान आंदोलन से ही संबंधित है, लेकिन तरीका हंसी मजाक का है. यह मामला जुड़ा हुआ है ट्विटर और स्विगी से!! आइए देखते हैं क्या है यह मामला

किसान आंदोलन के बीच अब वायरल हुआ स्विगी का मजेदार ट्वीट, आप भी देखिए

आजकल इंटरनेट की दुनिया में हर रोज लोग ज्ञान बांटते रहते हैं. यहां पर हर व्यक्ति ज्ञानी ही है. किसान आंदोलन के बाद सोशल मीडिया पर भी काफी बहस बाजी छिड़ी हुई है. कुछ पक्ष में है तो कुछ इस मामले के विपक्ष में है. हर गली मोहल्ले में इसी बात पर चर्चा हो रही है. इसी बारे में निर्मला ताई के पैरोडी अकाउंट में भी ट्वीट किया गया है. निर्मला ताई के इस ट्वीट में फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने ऐसा जवाब दिया जो कि काफी चर्चा में आ गया है.

क्या है पूरा मामला

दरअसल ट्विटर की एक प्रोफाइल Nirmala Tai 2.0 पर @Cryptic_Miind नाम के इस यूजर ट्वीट करते हुए लिखा कि, ” किसान आंदोलन पर मेरी एक भक्त दोस्त से काफी बहस हो गई. उनका कहना है कि, वह भोजन के लिए किसानों पर आश्रित नहीं! हम हमेशा से ही स्‍व‍िगी से आर्डर कर सकते हैं”.

अब इस बात को लेकर सभी खूब मजे ले रहे हैं. इन्हीं मजेदार बातों के बीच में इसका मजा और बढ़ाया स्विगी के ऑफिशियल अकाउंट ने, जिन्होंने ऐसा रिप्लाई दिया कि नहले पर दहला हो गया.

किसान आंदोलन के बीच अब वायरल हुआ स्विगी का मजेदार ट्वीट, आप भी देखिए

स्वीगी फूड डिलिवरी ऐप के आधार‍िक ट्विटर हैंडल ने जवाब देते हुए लिखा कि, ”माफ करिए हम एजुकेशन को refund नहीं कर सकते हैं”.

यानी कि फूड डिलीवरी स्विग्गी ने भक्त दोस्त को अच्छे से बता दिया कि, जब पढ़ोगे नहीं तो किताब खोल कर क्यों बैठ जाते हो? अब यह पूरा मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन चुका है.

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Urvashi Srivastava

मेरा नाम उर्वशी श्रीवास्तव है. मैं हिंद नाउ वेबसाइट पर कंटेंट राइटर के तौर पर...