Holika Dahan: फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका पूजा एंव दहन किया जाता है। होलिका दहन (Holika Dahan) का न सिर्फ धार्मिक, बल्कि ज्योतिष महत्व भी है। मान्यता है कि होलिका दहन की पूजा से जीवन की कई परेशानियां दूर होती हैं। लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ लोगों को होलिका दहन से दूर रहना चाहिए। चलिए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि होलिका दहन की पूजा में किन लोगों को शामिल नहीं होना चाहिए।
1.नई दुल्हन को नहीं देखना चाहिए Holika Dahan
कहा जाता है कि शादी के बाद पहली बार नई दुल्हन को होलिका दहन (Holika Dahan) देखना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने पर दांपत्य जीवन में परेशानी आ सकती है। जीवन संकटों से घिर सकता है और सुख-सौभाग्य में कमी आने लगती है। इसलिए जो भी नए शादीशुदा जोड़े हैं उन्हें होलिका दहन नहीं देखना चाहिए।
2.गर्भवती महिलाओं को Holika Dahan से रहना चाहिए दूर
गर्भवती महिलाओं को भी होलिका दहन (Holika Dahan) से दूर रहना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि गर्भवती महिलाओं के होलिका दहन देखने से गर्भस्थ शिशु पर बुरा असर पड़ता है। इस नियम की अनदेखी से मां-बच्चे को शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
3.सास बहू को नहीं देखना चाहिए होलिका दहन
कहा जाता है कि सास और बहू को एक साथ होलिका दहन (Holika Dahan) नहीं देखना चाहिए। मान्यता है कि इससे रिश्तों में दरार आती है। आपसी प्रेम कम हो जाता है, इसलिए सास बहू को एक साथ होलिका दहन देखने के लिए मना किया जाता है।
4.इकलौती संतान वालों को नहीं देखना चाहिए होलिका दहन
हिंदू परंपरा के अनुसार, जिन लोगों की इकलौती संतान होती है, उन्हें होलिका दहन (Holika Dahan) नहीं देखना चाहिए न ही होलिका दहन की पूजा करनी चाहिए। उनकी जगह घर के किसी बड़े-बुजुर्ग को यह परंपरा निभानी चाहिए।
5.नवजात बच्चे को रखना चाहिए Holika Dahan से दूर
मान्यता है कि जिस जगह पर होलिका दहन (Holika Dahan) होता है, वहां पर नकारात्मक शक्तियों का खतरा बना रहता है,ऐसे में नवजात बच्चे को होलिका दहन वाली जगह पर न ले जाएं। इससे शिशु को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। होलिका दहन साल 2024 में रात 11.14 से लेकर देर रात 12.20 मिनट के बीच शुभ मुहूर्त है।
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