Sawan 2025 : हिंदू धर्म में हर महीने का अपना विशेष महत्व होता है, लेकिन श्रावण मास यानी सावन (Sawan 2025) सबसे पवित्र और पुण्यदायी महीनों में गिना जाता है। यह महीना देवों के देव महादेव के पूजा-अर्चन का महीना होता है। इस महीने में हिन्दूओं के कई पवित्र त्यौहार भी मनाए जाते है। सावन (Sawan 2025) में हरियाली तीज, नागपंचमी और रक्षाबंधन मुख्य है। आइए जानते है इनके बारे में।
नाग पंचमी
इस वर्ष सावन (Sawan 2025) में नाग पंचमी के दिन 2 अत्यंत शुभ योग बन रहे हैं, जो इस दिन को और भी खास बना रहे हैं। आपको बता दें कि कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाने वाली नाग पंचमी पर सौभाग्य योग बन रहा है।
वहीं शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाने वाली नाग पंचमी के दिन शिव योग बन रहा है। ऐसे में नाग देवता और भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
कब है नागपंचमी?
इस वर्ष सावन (Sawan 2025) की कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि 15 जुलाई को सूर्योदय के समय पड़ रही है। ऐसे में कुछ जगहों पर लोग 15 जुलाई को नाग पंचमी मनाएँगे। इसी दिन से मंगला गौरी व्रत भी शुरू होता है। इसके अलावा, इस सावन में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 28 जुलाई को रात 11:25 बजे शुरू होगी और 29 तारीख को रात 12:47 बजे समाप्त होगी। ऐसे में कुछ जगहों पर 29 तारीख को ही नाग पंचमी मनाई जाएगी।
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है। मान्यता है कि जो बहन शुभ मुहूर्त में अपने भाई को राखी बाँधती है, उसके भाई की आयु लंबी होती है और वह सुखी जीवन व्यतीत करता है। इस दिन भाई-बहन के रिश्ते को नई मजबूती मिलती है।
कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन?
रक्षाबंधन 2025 तिथि के अनुसार 9 अगस्त को मनाया जाएगा। रक्षाबंधन सावन (Sawan 2025) माह के अंतिम दिन यानी श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार श्रावण पूर्णिमा शुक्रवार, 8 अगस्त को दोपहर 2.12 बजे शुरू होकर अगले दिन, 9 अगस्त को दोपहर 1.21 बजे तक रहेगी। ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार रक्षाबंधन शनिवार, 9 अगस्त को मनाया जाएगा।
हरियाली तीज
हरियाली तीज सावन (Sawan 2025) में पड़ने वाला एक विशेष त्योहार है। इस दिन महिलाएं हरे वस्त्र पहनती हैं, मेहंदी लगाती हैं और सौभाग्य एवं पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं। यह पर्व शिव-पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक माना जाता है। हरियाली तीज के दिन महिलाएं विशेष रूप से सज-धज कर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं।
इस दिन व्रती महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और झूला झूलती हैं। हरियाली तीज की तिथि सावन (Sawan 2025) के तीया तिथि समाप्त: 27 जुलाई 2025 को रात्रि 10:41 बजे है। वहीं इसके शुरू होने की तिथि और मुहूर्त 26 जुलाई 2025 को रात्रि 10:41 से है। उदय तिथि के अनुसार यह व्रत 27 जुलाई को रखा जाएगा।
हरियाली तीज व्रत की पूजा विधि
प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। मिट्टी से शिव-पार्वती और गणेश की मूर्तियाँ बनाएँ या रखें। रोली, चावल, फूल, बेलपत्र, धूप, दीप आदि से उनकी पूजा करें। हरियाली तीज के दिन माता पार्वती को सुहाग की वस्तुएं जैसे चूड़ियाँ, बिंदी, मेहंदी, सिंदूर आदि अर्पित करें। व्रत कथा सुनें या पढ़ें, यह कथा देवी पार्वती और शिव के विवाह की तपस्या के बारे में है। पूरे दिन निराहार व्रत रखें और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत पूरा करें।
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