भारतीय क्रिकेट टीम ने विश्व क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाई है, भारतीय खिलाडी जुझारू रूप के खिलाडी माने जाते हैं, एक शानदार खिलाड़ी बनने के लिए दिनों की नहीं बलिक सालों कि मेहनत लगती हैं, आप दुनिया भर के उन क्रिकेटरो की लिस्ट उठा कर देख लें जिन्होंने अपनी जिंदगी में मैदान पर बहुत मेहनत की है.
एक सफल खिलाड़ी बनने के लिए आपको बहुत कुछ छोड़ना पड़ता है, कुछ खिलाड़ियों ने क्रिकेट के लिए अपना घर परिवार सब कुछ छोड़कर अपनी पूरी जिंदगी क्रिकेट पर न्योछावर कर दी और यही वजह से वो परिवार के सुख या दुख में शामिल नहीं हो सके, इन खिलाड़ियों के इसी त्याग की वजह से पूरे क्रिकेट जगत में उन्हें काफी सम्मान के साथ देखा जाता है.
भारतीय क्रिकेट टीम के सितारे सचिन तेंदुलकर
साल 1999 के विश्व कप के दौरान सचिन तेंदुलकर के पिता रमेश तेंदुलकर का निधन हो गया था, उस समय सचिन इंग्लैंड में विश्व कप खेल रहे थे, पिता के देहांत होने के बाद भी वो केन्या के खिलाफ मैच में उतरे और बहुत ही भावुक पल में शतक लगाया.
भारतीय क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का नाम क्रिकेट जगत के सबसे महान बल्लेबाजो में सबसे ऊपर लिया जाता है, इसकी वजह है क्रिकेट में उनका कड़ा परिश्रम और त्याग, सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए 24 साल तक लगातार इंटरनेशनल क्रिकेट में सेवाएं दी हैं. जिसकी वजह से उन्हें काफी लंबा समय परिवार के बिना गुजारना पड़ा.
विराट कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली का कोई भी सानी नहीं है, लेकिन विराट कोहली को यह कामयाबी इतनी आसानी से नहीं मिली है, उन्होंने इस उपलब्धी को हासिल करने के लिए बहुत सारे त्याग दिए हैं.
जिस समय कोहली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, में पदार्पण नहीं किया था उससे पहले कोहली 2008 में दिल्ली के लिए रणजी मैच खेल रहे थे, उसी दौरान उनके पिता के निधन की खबर आयी, कोहली इस खबर से आहत जरुर हुए लेकिन उन्होंने लगातार खेलते रहने का फैसला किया और भावुक पल के बीच 90 रनों की दमदार पारी खेल के दिल्ली को हार से बचाया और दिन के खेल के खत्म होने के बाद पिता के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।.
महेंद्र सिंह धोनी
एमएस धोनी ने साल 2016 में अपनी बेटी जीवा के जन्म होने के समय पत्नी के पास मौजूद नहीं थे, 6 फरवरी 2016 को जीवा का जिस समय जन्म हुआ, उस समय धोनी टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर मौजूद टीम की कमान सभाल रहे थे, उन्होंने इतने बड़े खुशी के मौके पर, परिवार से ज्यादा क्रिकेट को प्राथमिकता दी थी.
भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह ने बेहद ही कड़ा संघर्ष कर इंटरनेशल क्रिकेट जगह बनाई, धोनी ने भारत के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया, उनकी कप्तानी में ही भारतीय टीम तीनों फॉर्मेट में पहली बार नंबर वन होने का खिताब अपने नाम कर पाई थी.