इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें एडिशन का आगाज रोमांचक अंदाज में शुरू हो चुका है। जहां इस सीजन आईपीएल की सबसे पसंदीदा टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का शुरुआती सफर सही चल रहा है, लेकिन पूर्व कप्तान विराट कोहली कुछ ज्यादा खास नजारा नहीं पेश कर पाए है। इसी कड़ी में भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच Ravi Shastri ने अपने फेवरेट खिलाड़ी यानी विराट कोहली को अच्छी पारी खेलने के लिए कुछ टिप्स दिए है। ऐसा कहा जा रहा है कि अगर विराट उनके टिप्स को फॉलो करेंगे तो वे एक अच्छी पारी खेल सकते है। आइये बताते है Ravi Shastri ने क्या कहा?
Ravi Shastri ने Virat Kohli को दी ये टिप्स
दरअसल भारतीय टीम और आरसीबी के पूर्व कप्तान विराट कोहली काफी लंबे समय से रन के लिए तरस रहे हैं। वह जब भी क्रीज पर आते है तो उनकी शुरुआत भले ही अच्छी होती हैं, लेकिन हर बॉल पर रन बनाने के चक्कर में वे अपना विकेट खो बैठते हैं। वहीं आरसीबी की तरफ से इस बार बतौर कप्तान नहीं बल्कि खिलाड़ी के रुप में खेल रहे है।
वहीं उनका अभी तक के मैचों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं देखा गया है। ऐसे में भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने विराट को फिर से फॉर्म में आने के लिए टिप्स दी हैं।उन्होंने कोहली के संबंध में कहा है कि, “उसे खुद को बड़ी पारी खेलने के लिए मौका देना होगा. उसे थोड़ी और सावधानी बरतनी होगी. बाहर से देखने पर, मुझे लगता है कि वह हर गेंद को खेलना चाह रहा है। कभी-कभी जब आप रन नहीं बना पाते तब आपका मन करता हैं कि आप हर गेंद खेले. ऐसा अनुशासन होना चाहिए जहां पिच में स्विंग या सीम कुछ हो तो शुरुआत में आपको थोड़ा सावधानी से खेलना होगा. पेस और बाउंस का आदी होने के लिए आपको कुछ गेंदें भी छोड़नी होंगी. उसे खुद को कुछ समय देना चाहिए, भले ही कुछ गेंदों को छोड़ना क्यों न पड़े.”
‘पारी की शुरुआत में खुद पर रखना चाहिए काबू’
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज़ रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का कहना है कि विराट कोहली दक्षिण अफ्रीका से ही ऐसे आउट होते हुए आ रहे हैं। उनका मानना है कि विराट को थोड़ा अनुशासन के साथ खेलना चाहिए। पारी की शुरुआत में खुद पर काबू रखना चाहिए और कुछ गेंदों को छोड़ना चाहिए. शास्त्री ने कहा कि,
”यह दक्षिण अफ्रीका से चल रहा है. जब तक वह क्रीज पर है, वह वास्तव में अच्छा खेल रहा है. वह चार-पांच शानदार शॉट बाउंड्री के लिए खेलता है और रन बनाने के चक्कर में आउट हो जाता है. सिर्फ टेस्ट क्रिकेट ही नहीं, हर फॉर्मेट में ध्यान केंद्रित करना जरुरी है. कभी-कभी आपको परिस्थितियों का सम्मान करना होता है. वह कुछ गेंदों को छोड़ सकता है. वह एक बड़ा खिलाडी और रन-बॉल की कमी को आसानी से पूरा कर सकता है. उसे बस थोड़ा अनुशासित होने की जरूरत है।”