“धोनी मेरे कमरे में आए और…” Ishant Sharma ने सुनाया अपना दर्दनाक किस्सा, कैसे जिंदगी के सबसे खराब दौर में माही ने दिया साथ ∼
Ishant Sharma: भारतीय क्रिकेट टीम में किसी समय कैप्टन कूल के नाम से पहचाने जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने कई सारे नए खिलाड़ियों को गुरुमंत्र देकर उनका कैरियर संवारने का काम किया है। महेंद्र सिंह धोनी ना केवल एक अच्छे कप्तान बल्कि एक बहुत ही बेहतरीन मेंटर के तौर पर भी अपनी टीम के खिलाड़ियों के लिए काम करते रहे जिसकी बदौलत आज भी कई सारे खिलाड़ी उनके उस योगदान को याद करते हैं। वहीं, हाल ही में टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी इशांत शर्मा (Ishant Sharma) ने भी अपने एक ऐसे ही किस्से का जिक्र किया है जिसे सुनने के बाद फैंस भी भावुक हो गए है।
पूर्व खिलाड़ी ने सुनाया दर्दनाक किस्सा

इसी बीच भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी रह चुके और भारतीय टीम में रहते हुए अपनी तेज गेंदबाजी से पूरी दुनिया को अपना लोहा मनवा चुके ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) ने अपनी जिंदगी का एक बहुत ही दर्दनाक किस्सा सुनाया। इशांत शर्मा ने बताया कि जब वह उनकी जिंदगी के सबसे खराब दौर से गुजर रहे थे तब किस प्रकार से महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने आकर उनकी मदद की थी।
महेंद्र सिंह धोनी मेरे कमरे में आए थे और…

दरअसल इशांत शर्मा जो किस्सा (how Dhoni saved Ishant Sharma’s career) सुना रहे थे यह साल 2013 का किस्सा था जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रही थी। इशांत शर्मा ने बताया कि, “वह मेरी जिंदगी का सबसे खराब पल था जब हम मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेल रहे थे। मैं नहीं जानता था कि मेरी जिंदगी में ऐसा खराब समय भी आएगा. वह सब मेरे लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल भरा था। क्योंकि मैंने विरोधी टीम के लिए बहुत सारे रंग खर्च कर दिए थे।”
“मैं अपनी टीम की हार का कारण बन गया था और यह चीज मेरे लिए सबसे ज्यादा शर्मनाक थी। उस समय में अपनी पत्नी को डेट भी कर रहा था और मैं फोन पर उससे बातचीत करते हुए रोते-रोते उसे बता रहा था कि मेरी वजह से हमारी टीम हार गई।”
इस बात का जिक्र उन्होंने क्रिकबज़ के एक शो के दौरान दिए इंटरव्यू में किया। फिर उन्होंने बताया कि कैसे धोनी ने इन सब से बाहर निकलने के लिए उनकी मदद की।
शिखर धवन भी थे धोनी के साथ
इंशात शर्मा ने आगे बताया कि,
“इसके बाद अचानक महेंद्र सिंह धोनी शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के साथ मेरे कमरे में आए। और मुझसे कहा कि, ‘देख तू अच्छा खेल रहा है। इसलिए डरने की जरूरत नहीं है।’ हालांकि उस मैच के बाद लोगों ने यह मन बना लिया था कि मैं वाइट बॉल क्रिकेट में अच्छा गेंदबाज नहीं बन सकता हूं।”
इशांत किशन यह किस्सा सुनाते हुए काफी दबी आवाज में बात कर रहे थे। बता दे कि आखरी बार इशांत शर्मा को साल 2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हुए देखा गया था।
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