अपहरण और हत्या से फिर दहला यूपी, 12 दिन से लापता धर्मकांटा मैनेजर का कुएं में मिला शव

कानपुर देहात- भोगनीपुर के चौरा गांव स्थित धर्मकांटा के लापता मैनेजर ब्रजेश पाल का शव मंगलवार को देवराहट के कान्हाखेड़ा गांव के बाहर कुएं में मिला। 12 दिन पहले वह लापता हो गए थे। पुलिस ने उनके दोस्त को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। एसपी ने बताया कि मैनेजर के दोस्त ने ही नींद की गोलियां डालकर कोल्ड ड्रिंक पिलाई थी। इसके बाद कार में ही रस्सी से गलाघोंट कर हत्या कर दी थी और परिजनों से रकम वसूलना चाहता था।

अकबरपुर कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एसपी अनुराग वत्स ने बताया कि चौरा गांव निवासी शिवनाथ पाल का बेटा ब्रजेश (25) गांव के ही जावेद के धर्मकांटा में बतौर मैनेजर नौकरी करता था। 15 जुलाई की रात वह कांटे से ही लापता हो गया था। 16 जुलाई की सुबह उसके फोन पर चचेरे भाई सर्वेश ने कॉल की तो फोन उठाने वाले ने बीस लाख रुपये मांगे थे। साथ ही पुलिस को सूचना देने पर हत्या करने की बात कही थी।

सुबोध ने ऐसे की हत्या

अपहरण और हत्या से फिर दहला यूपी, 12 दिन से लापता धर्मकांटा मैनेजर का कुएं में मिला शव

घटना के खुलासा में 12 टीमें लगाई गई थीं। टीमों ने ब्रजेश के दोस्त कन्हाखेड़ा देवराहट निवासी सुबोध सचान को हिरासत में लिया। उससे पूछतांछ करने पर घटना का खुलासा हो गया। उसने कोल्ड ड्रिंक में नींद की गोलियां मिलाकर पिलाने के बाद गला घोंट कर हत्या करने की बात कबूल की।

एसपी का दावा है कि पूरे घटनाक्रम को अंजाम सिर्फ सुबोध ने ही दिया है। उसने कुंए में शव फेंकने के बाद बीस लाख रुपये मांगे थे। सुबोध के पास दो ट्रक हैं उन पर लोन है। उसे रुपयों की जरूरत थी। इसके चलते उसने दोस्त की ही हत्या करके उसके परिजनों से रकम वसूलने की घिनौनी योजना बनाई थी।

जानिए कब क्या हुआ

– 15 जुलाई की रात धर्मकांटा मैनेजर ब्रजेश पाल लापता।
– 16 जुलाई को चचेरे भाई ने किया बृजेश के नंबर फोन तो मांगी गई 20 लाख फिरौती, रकम न मिलने पर हत्या की धमकी।
– 17 जुलाई बृजेश के बड़े भाई राजेश ने भोगनीपुर कोतवाली में दर्ज कराई अपहरण की रिपोर्ट।
– 18 जुलाई को एएसपी अनूप कुमार व सीओ ने शुरु की छानबीन, गठित हुई बारह पुलिस टीमें।
– 19 जुलाई को पुलिस ने कई ठिकानों पर दी दबिश, बीहड़ में भी हुई छानबीन।
– 20 जुलाई को फिरौती की रकम को लेकर हुई बातचीत का आडियो वायरल ।
– 21 जुलाई को पुलिस ने धर्मकांटा में काम करने वाले नईम व कुछ दोस्तों से की पूछतांछ।
– 22 जुलाई को धर्मकांटा के मालिक जावेद को बुलाकर हुई पूछतांछ ।
– 23 जुलार्ई को सर्विलांस से मिले सुराग पर घाटमपुर की एक युवती व भट्ठा संचालक से हुई पूछतांछ।
– 24 जुलाई को चौरा गांव के कई लोगों को पुलिस ने उठाया।
– 25 जुलाई को बृजेश के बुआ व मौसी के लड़कों को हिरासत में लेकर हुई पूछताछ।
– 26 जुलाई को पुलिस को मिले अहम सुराग।
– 27 जुलाई को पुलिस ने बृजेश के दोस्त सुबोध सचान को हिरासत में लिया।
– 28 जुलाई को कान्हाखेड़ा गांव के बाहर कुएं में बृजेश का शव मिला और घटना का खुलासा।

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