कानपुर: बिकरू गांव में पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी और दुर्दांत विकास दुबे का भाई दीप प्रकाश उर्फ दीपू घटना के 25 दिन बाद भी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है। हालांकि, पुलिस को दीप के बारे में कुछ सबूत मिले हैं। सूत्रों के अनुसार दीपू अपने घर पर तीन दिन में चार चिठ्ठियां भेज चुका है। चिट्ठियों में लिखा है कि वह सकुशल है और जल्दी ही कोर्ट में हाजिर हो जाएगा।
घर के लोग उसको लेकर फिक्र न करें। आश्चर्य की बात ये है कि यह चिठ्ठी लखनऊ से ही पोस्ट की गई है। माना जा रहा है दीपू लखनऊ या आसपास ही कहीं छिपा हुआ है। इसके बावजूद दीप दुबे पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
पत्नी से पुलिस कर चुकी है पूछताछ
एसटीएफ की एक टीम रविवार को कृष्णानगर स्थित दीप प्रकाश के घर पहुंची थी और उसकी पत्नी से पूछताछ की। एसटीएफ को पत्नी से दीप के बारे में कुछ खास जानकारी नहीं मिल सकी। आपको बता दें, दीप के खिलाफ कृष्णानगर कोतवाली में सरकारी गाड़ी नीलामी में लेने वाले को धमका कर गाड़ी ले जाने का केस दर्ज है। इसमें कृष्णानगर पुलिस उसे वांटेड घोषित कर चुकी है।
पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद से फरार है विकास का भाई दीप
कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गाव में 2-3 जुलाई की रात विकास दुबे को पकड़ने की गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था। इस हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। इस वारदात का मुख्य आरोपी विकास दुबे और उसके गुर्गे एनकाउंटर में ढेर हो चुके हैं।
वहीं, विकास का भाई इस कांड के बाद से ही फरार है। बिकरू के आसपास के एक दर्जन गांव, कानपुर देहात, औरैया, मध्य प्रदेश के कुछ शहरों, झांसी, नोएडा, फरीदाबाद आदि शहरों में दीप दुबे को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया मगर उसका पता नहीं लग सका है।
न्यायालय में आत्मसमर्पण की फिराक में है विकास दुबे का भाई
दीपू की तलाश में आधा दर्जन रिश्तेदारों के यहां छापेमारी की गई मगर पता नहीं चल सका। सूत्रों के मुताबिक दीपू अपने घर पर तीन दिन में चार चिठ्ठियां भेज चुका है। इसमें लिखा है कि वह सकुशल है और जल्दी ही कोर्ट में हाजिर हो जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, एसटीएफ को जानकारी मिली है कि दीप दुबे कोर्ट में सरेंडर कर सकता है। इसके लिए कुछ लोग उसकी मदद कर रहे हैं।