बिकरू कांड के मुख्य अपराधी विकास दुबे का तो एनकाउंटर हो चुका है। वो अपराधी अपने अंजाम तक पहुंच चुका है लेकिन उसके गुर्गों के जरिए अब नए-नए खुलासे हो रहे हैं। गुर्गों से मिली जानकारियां जहां पुलिस को सन्न कर रही है तो वहीं इससे विकास दुबे और उसके गुर्गों की नृशंसता भी लोगों के सामने आ रही है इसी बीच अब एक गुर्गे के हवाले से पुलिस को बड़ी जानकारियां मिली हैं।
पुलिसकर्मी पर दागी गोली
सूत्रों के मुताबिक राम सिंह यादव ने पुलिस को बताया कि बिकरू कांड के दौरान राम सिंह यादव ने ही आखिरी सांसें ले रहे पुलिस कर्मी को गोली मारी थी और उन्हें शहीद कर दिया था। आपको बता दें कि विकास दुबे ने बिकरू कांड में 8 पुलिसकर्मियों की अपने गुर्गों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी जिसके बाद उसे पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया था।
विकास का खास गुर्गा
दरअसल विकास दुबे का खास गुर्गा राम सिंह यादव विकास के कहने पर कुछ भी कर देने वालों में था वो विकास का खास शार्प शूटर था। उसने बताया कि बिकरू कांड के दौरान पुलिसकर्मियों के आखिरी गोलियां उसी ने चलाईं थी। जानकारी के मुताबिक वो लंबे वक्त से विकास के साथ था। पहले उसका भाई शिव सिंह जिसने विकास के अंडर में पूरे क्षेत्र खूब आतंक मचाया। जब वो मर गया तो उसकी जिम्मेदारी राम सिंह यादव ने अपने कंधों पर ले ली।
विकास ने ही दिलाया था लाइसेंस
विकास दुबे हमेशा ही उसे अपने साथ ही रखता था क्योंकि वो एक लंबी चौड़ी कदकाठी वाला शख्स था। फिरौती और वसूली के लिए विकास दुबे ने राम सिंह यादव को ही भेजता था। विकास ने ही उसे 2007 में डबल बैरल वाली खतरनाक बंदूक का लाइसेंस भी दिलवाया था। ताज्जुब की बात ये भी है कि कई मुकदमे दर्ज होने के बावजूद उसका लाइसेंस कैसे बन गया ये आज भी एक सवाल है।
माती कोर्ट में करने वाला था सरेंडर
खबरों के मुताबिक वो लंबे वक्त से फरार था। उस पर पुलिस की तरफ से 50 हजार का इनाम था। कानपुर देहात की ही माती कोर्ट में सरेंडर करने वाला था लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया और वो अब विकास दुबे से जुड़े सारे राज कबूल रहा है। आपको बता दें कि विकास दुबे के एक और गुर्गे गोपाल सैनी ने भी माती कोर्ट में ही सरेंडर किया था।