तिरुवनंतपुरम में आज भारत और श्रीलंका के बीच तीसरा एवं सीरीज का अंतिम एकदिवसीय मैच खेला गया जिसे शानदार अंदाज में जीतते हुए भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया है। विश्व की कोई भी टीम एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा कभी नहीं कर पाई थी।
भारतीय टीम ने आज पहले बल्लेबाजी करते हुए 390 रनों का विशाल लक्ष्य श्रीलंका के सामने रख दिया था। भारतीय टीम की तरफ से कप्तान रोहित शर्मा ने 42 रन बनाए जबकि शुबमन गिल एवं विराट कोहली ने शानदार शतक जड़े।
कोहली ने आज 166 रनों की पारी खेली तो गिल ने 116 रन बनाए। वहीं श्रेयस ऐय्यर ने 38 रनों का योगदान दिया। जवाब में श्रीलंका के बल्लेबाज शुरुआत से ही संघर्ष करते नजर आए। पावर प्ले में मोहम्मद सिराज की घातक गेंदबाजी श्रीलंकन टीम झेल नहीं पाई और बिखर गई।
श्रीलंका की पूरी टीम महज 73 के मामूली स्कोर पर पवेलियन पहुँच चुकी थी और इस मैच को भारतीय टीम ने 317 रनों से जीत लिया। एकदिवसीय क्रिकेट के इतिहास में यह सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम था जब इस टीम ने सन 2008 में आयरलैंड को 290 रनों से हराया था।
टीम इंडिया की ओर से सभी गेंदबाजों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो मोहम्मद सिराज ने आज 4 विकेट लिए और मात्र 3.2 की इकोनॉमी से रन खर्च किये। मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव ने भी अच्छी गेंदबाजी करते हुए 2-2 विकेट चटकाए और साथ में बेहद कंजूसी से रन खर्च किये।
दूसरी तरफ दिग्गज भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली को आज प्लेयर ऑफ़ द मैच का ख़िताब तो मिला ही पर साथ ही उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज का भी अवार्ड प्रदान किया गया। उन्होंने इस एकदिवसीय सीरीज में 3 एकदिवसीय मैच खेले और कुल 283 रन बनाए जिसमें 2 कमाल के शतक शामिल थे। इस शतक के बाद विराट कोहली के फैंस सांतवे आसमान पर हैं और उनके साथ-साथ पूरा देश आने वाले महत्वपूर्ण सीरीजों के लिए अभी से सकारात्मक है।