मुंबई-सुशांत सिंह राजपूत के निधन के केस में मुंबई पुलिस ने कई अहम खुलासे किए हैं। सोमवार को मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा कि सुशांत ने सुसाइड से पहले गूगल पर कई चीजें सर्च की थी। सुशांत सिंह राजपूत को गुजरे हुए दो महीने होने वाले हैं, लेकिन अभी तक उनकी मौत की गुत्थी सुलझ नहीं पा रही है। हालांकि, उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ये साफ हो चुका है कि सुशांत ने आत्महत्या की है, लेकिन ये बात न तो एक्टर के प्रशंसक मानने को तैयार हैं, न उनका परिवार। उधर सुशांत के पिता ने एक्टर की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा रखी है।
सुशांत ने गूगल पर सर्च किया पेनलेस डेथ
सुशांत की सुसाइड के बाद से रोज उनसे जुड़ी एक नई बात सामने आ रही है। एक्टर की आत्महत्या मामले में अब एक नई जानकारी सामने आ रही है। मुंबई पुलिस कमिश्नर ने बताया है कि सुशांत ने मरने से पहले गूगल पर क्या सर्च किया था। इनमें बाइपोलर डिसॉर्डर, स्तिजोफ्रेनिया, पेनलेस डेथ (दर्दरहित मौत) और अपना नाम शामिल है।
बता दें कि बाइपोलर डिसॉर्डर और स्तिजोफ्रेनिया गंभीर मानसिक बीमारियां हैं और इन बीमारियों के अक्सर घातक परिणाम सामने आते हैं। वहीं एक समाचार पत्र के मुताबिक, सुशांत ने आत्महत्या करने से पहले अपनी एक्स मैनेजर दिशा सालियान का नाम सर्च किया था, जिनकी मौत सुशांत की मौत से कुछ दिन पहले ही हुई थी। इसके साथ सुशांत ने अपना नाम सर्च किया और कुछ मानसिक बीमारियों के बारे में सर्च किया था।
राजनीतिक दल या नेता शामिल नहीं
आपको बता दें कि सुशांत सिंह ने 14 जून को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस सुशांत के केस की जांच कर रही हैं। हालांकि, सुशांत के सुसाइड केस में बिहार पुलिस के इन्वॉल्व होने के बाद से मामले में तेज़ी से दिलचस्प मोड़ आ रहे हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस को जांच में पूरा सहयोग नहीं कर रही है। इन आरोपों के बीच मुंबई पुलिस के मुखिया कमिश्नर परम बीर सिंह ने एक बड़ा बयान जारी किया है।
कमिश्नर के मुताबिक, हमारे बड़े अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है। ये पूरा मामला मुंबई पुलिस के अंतर्गत आता है, ऐसे में बिहार पुलिस को जांच का हक नहीं है। हम इस बारे में कानूनी राय ले रहे हैं। अगर किसी को हमारी जांच से दिक्कत है तो हमसे बात करनी चाहिए। साथ ही मामले में किसी राजनीतिक दल या नेता के शामिल होने की संभावनाओं से भी इनकार किया।