कानपुर में अपराधियों के हौसले बुलंद पर हैं। बिकरू कांड, संजीत हत्याकांड, पिंटू सेंगर हत्याकांड से पुलिस अभी संभल भी न पाए थी कि रेल बाजार थाने से महज दो-ढाई सौ मीटर दूर रामलीला ग्राउंड में बने कमरे में घुसकर रविवार देर रात पति-पत्नी की हत्या कर दी गई। पति के सिर पर वजनी पत्थर से हमला किया गया था, जबकि महिला का गला दबाया गया था। दोनों की दो साल पहले शादी हुई थी। घर का सामान अस्त व्यस्त मिला है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। पुलिस आठ-दस संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हालांकि हत्या किसने की, क्यों की गई, इस पर पुलिस और परिजन कुछ भी बता नहीं पा रहे हैं।
दो साल पहले हुई थी शादी
बस्ती केरला निवासी रामदीन निषाद रेलवे में संविदा पर पेंटिंग का काम करते हैं। रेलवे ग्राउंड स्थित क्वार्टर में पूरा परिवार रहता है। रामदीन ने बताया कि मकान में उनके साथ उनका बेटा विष्णु और बहू शालू भी रहते हैं। विष्णु और शालू की दो साल पहले शादी हुई थी। शालू ने उससे दूसरी शादी की थी। वह अपने पहले पति को छोड़कर अपने मायके मुंशीपुरवा बाबूपुरवा में रह रही थी।
पुलिस के मुताबिक शालू ने डेढ़ साल पहले विष्णु से कोर्ट मैरिज की थी। वह बाबूपुरवा की रहने वाली थी। शालू की ये दूसरी शादी थी। पहली शादी उसकी कन्नौज के गुरसहायगंज निवासी रामू से हुई थी। विष्णु पेंटिंग का काम करता था।
बहू के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि विष्णु निषाद (24) अपनी पत्नी शालू (23) और पिता रामदीन के साथ रेलवे रामलीला ग्राउंड में सीढ़ियों के नीचे बने दो कमरों में रहता था। परिवार के बाकी लोग श्यामनगर के बल्ला टकिया क्षेत्र में रहते हैं। रविवार रात को विष्णु पत्नी के साथ अपने कमरे में चला गया, पिता दूसरे कमरे में सोने चले गए। रात में अज्ञात लोगों ने मौका पाकर दंपति की हत्या कर दी।
सुबह रामदीन बाहर आए तो देखा कि बेटे का शव कमरे के बाहर पड़ा है। पास में ही खून से सना बड़ा पत्थर भी पड़ा था, जबकि बहू का शव अंदर पड़ा था।
उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। वे तुरंत श्यामनगर पहुंचे। उन्होंने अपनी पत्नी कुसुम और बेटे सूरज, शिवा, नंदी बेटियों प्रीति व नंदिनी को जानकारी दी। सभी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाएं हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
लूट के साक्ष्य नहीं मिले हैं। जेवरात भी सुरक्षित हैं। इसलिए यह साफ है कि हत्या किसी अन्य वजह से हुई है। कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। – डॉ. प्रीतिंदर सिंह, डीआईजी